जहानाबाद नगर. विद्यालय के औचक निरीक्षण के दौरान एमडीएम में गड़बड़ी मिलने पर डीपीओ पीएम पोषण योजना द्वारा कई प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछा गया है. सदर प्रखंड के मध्य विद्यालय अमैन के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछते हुए पत्र में लिखा गया है कि औचक निरीक्षण के क्रम में एमडीएम पंजी के अवलोकन के दौरान पंजी में 1287 किलो चावल अंकित मिला. जबकि भौतिक सत्यापन में 1350 किलो चावल मिला. वहीं रसोईया बिगत 3 माह से अपने पति के स्थान पर कार्य करतेी मिले. जांच के दौरान ढाई किलो चावल चोरी करती पायी गयी. एक अन्य रसोइया अवैध रूप से कार्य करती मिली. इसके द्वारा भी चावल की चोरी किया जाता पकड़ा गया. रसोइया द्वारा चावल भंडारण की साफ-सफाई भी प्रतिदिन नहीं किया जाने की शिकायत मिली. वहीं प्राथमिक विद्यालय बसंतपुर के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछा गया है कि निरीक्षण के क्रम में किसी शिक्षक द्वारा शैक्षणिक गतिविधि कराते नहीं पाया गया. विद्यालय के बच्चे इधर-उधर भागते मिले. एमडीएम पजी की जांच में चावल उपलब्धता में भी अंतर पाया गया. वहीं प्राथमिक विद्यालय इमादपुर के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछा गया है जिसमें उल्लेख किया गया है कि एमडीएम पजी पर बच्चों की संख्या अधिक अंकित कर राशि एवं खाद्यान्न का दुरुपयोग किया जाता पाया गया है. विद्यालय के मुख्य दीवाल पर एमडीएम का नया मेनू सारणी का लेखन भी नहीं कराया गया है. जहानाबाद नगर में विद्यालय के औचक निरीक्षण के दौरान एमडीएम में गड़बड़ी मिलने पर डीपीओ पीएम पोषण योजना द्वारा कई प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछा गया है. सदर प्रखंड के मध्य विद्यालय अमैन के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछते हुए पत्र में लिखा गया है कि औचक निरीक्षण के क्रम में एमडीएम पजी के अवलोकन के दौरान पंजी में 1287 किलो चावल अंकित मिला. जबकि भौतिक सत्यापन में 1350 किलो चावल मिला. वहीं रसोईया बिगत 3 माह से अपने पति के स्थान पर कार्य करतेी मिले. जांच के दौरान ढाई किलो चावल चोरी करती पायी गयी. एक अन्य रसोइया अवैध रूप से कार्य करती मिली. इसके द्वारा भी चावल की चोरी किया जाता पकड़ा गया. रसोईया द्वारा चावल भंडारण की साफ-सफाई भी प्रतिदिन नहीं किया जाने की शिकायत मिली. वहीं प्राथमिक विद्यालय बसंतपुर के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछा गया है कि निरीक्षण के क्रम में किसी शिक्षक द्वारा शैक्षणिक गतिविधि कराते नहीं पाया गया. विद्यालय के बच्चे इधर-उधर भागते मिले. एमडीएम पजी की जांच में चावल उपलब्धता में भी अंतर पाया गया. वहीं प्राथमिक विद्यालय इमादपुर के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछा गया है जिसमें उल्लेख किया गया है कि एमडीएम पजी पर बच्चों की संख्या अधिक अंकित कर राशि एवं खाद्यान्न का दुरुपयोग किया जाता पाया गया है. विद्यालय के मुख्य दीवाल पर एमडीएम का नया मेनू सारणी का लेखन भी नहीं कराया गया है.
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