घोसी. प्रखंड मुख्यालय में गुरुवार को दिव्यांगता पहचान शिविर का आयोजन किया गया. आयोजित दिव्यांगता पहचान शिविर प्रखंड कृषि पदाधिकारी वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में संपन्न हुई. प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि 0 से 18 वर्ष आयु तक के दिव्यांगता पहचान शिविर में दिव्यांगता प्रमाणपत्र के लिए कुल 32 बच्चे आये थे जिसमें मानसिक मंदता के 14, श्रवण बाधित के नौ, अस्थि के सात व सामान्य दो बच्चे आये थे जिसमें 12 बच्चे को दिव्यांगता प्रमाणपत्र दिया गया. इसके अतिरिक्त 15 बच्चों को पटना एम्स में रेफर कर दिया गया और 5 बच्चे दिव्यांग नहीं थे. प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि दिव्यांगता पहचान शिविर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घोसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरुण कुमार की देखरेख में सदर अस्पताल जहानाबाद से आये चिकित्सक इएनटी विशेषज्ञ डॉ उदय शंकर, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल प्रसाद सिंह, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ विश्वमोहन प्रियदर्शी व मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ रंधीर कुमार द्वारा दिव्यांग बच्चों की जांच की गयी. आयोजित दिव्यांगता पहचान शिविर में सीडीपीओ शबाना परवीन, महिला पर्यवेक्षिका स्नेह लता, रेफरल अस्पताल जहानाबाद के प्रधान लिपिक दीनदयाल शर्मा, विकास मित्र, आंगनबाड़ी सेविका समेत कई कर्मी मौजूद थे.
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