जहानाबाद नगर.
डीएम अलंकृता पाण्डेय की अध्यक्षता में आज उनके कार्यालय कक्ष में जिला जल व स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में जनस्वास्थ्य और ग्रामीण स्वच्छता को लेकर अनेक जनहितैषी निर्णय लिये गये. हर घर स्वच्छता और स्वस्थ पर्यावरण की दिशा में ठोस अवशिष्ट प्रबंधन को सशक्त करने के लिए सभी वार्डों से कचरा उठाव और उसका भौतिक सत्यापन प्रखंड एवं जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया. बैठक में निर्णय लिया गया कि ग्राम पंचायतों में धूसर जल प्रबंधन के तहत यदि कोई बड़ा या पेटेंट तकनीक आधारित समाधान प्रस्तावित हो, तो ग्राम पंचायतें विधिवत निविदा के माध्यम से कार्यान्वयन कर सकती हैं. बैठक में महादलित टोलों में शौचालय निर्माण की धीमी प्रगति पर चिंता जताते हुए डीएम ने निर्देश दिया कि संबंधित एजेंसियों से कारण-पृच्छा की जाए और 15 दिनों के भीतर निर्माण कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाए. पंचायतस्तर पर संपूर्ण स्वच्छता के लिए प्रभावी योजनाओं का निर्माण कर जिला स्तर से अनुश्रवण सुनिश्चित करने की बात भी बैठक में प्रमुखता से रखी गयी. डीएम ने यह भी सुझाव दिया कि त्रि-स्तरीय पंचायत राज व्यवस्था के तहत एक समेकित (कॉम्प्रिहेंसिव) योजना बनायी जाए, जिससे योजना दोहराव की स्थिति से बचा जा सके और सरकारी संसाधनों का सही उपयोग सही उद्देश्य पर हो. बैठक में डीआरडीए निदेशक, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (मनरेगा), मनरेगा के सहायक अभियंता, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के जिला समन्वयक आदि थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है