कुर्था. भीषण गर्मी और कम बारिश ने एक ओर जहां लोगों को परेशान कर रखा है, वहीं कुर्था नगर पंचायत में अब पेयजल संकट विकराल रूप लेता जा रहा है. नगर पंचायत क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से जल आपूर्ति पूरी तरह ठप है. जिसके कारण लोगों में आक्रोश है़ इसका मुख्य कारण पीएचइडी विभाग द्वारा स्थापित पानी की मोटर का जल जाना बताया जा राहा था. हालांकि जला हुआ मोटर तो बनकर आ गया लेकिन बिजली की आपूर्ति की वजह पेयजल आपूर्ति बाधित होने से पूरा नगर पंचायत बेहाल है और जगह-जगह हाहाकार मचा है. नगर क्षेत्र के लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए जूझ रहे हैं. हालात यह हैं कि बाल्टी, तसला, ड्रम लेकर लोग सड़कों पर दौड़ते नजर आ रहे हैं. गर्मी के इस मौसम में जब पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. वहीं विभागीय लापरवाही और तकनीकी समस्याओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि पेयजल की व्यवस्था की जिम्मेदारी पीएचईडी विभाग की है, लेकिन वह अपनी भूमिका निभाने में पूरी तरह असफल साबित हो रहा है. करोड़ों रुपये की लागत से पइपलाइन और मोटर सिस्टम लगाए जाने के बावजूद कभी मोटर जल जाती है, कभी बिजली नहीं रहती, तो कभी पाइपलाइन फट जाती है. ऐसे में आमजनता को पीने के पानी के लिए संघर्ष करना पड़ता है. स्थानीय निवासी नारायण लाल बताते हैं कि हमें रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी होटल या निजी बोरिंग पर निर्भर होना पड़ रहा है. सरकार जल ही जीवन है, का नारा तो देती है, लेकिन यहां तो बूंद-बूंद के लिए लड़ाई हो रही है. वहीं पेयजल संकट को देखते हुए समाजसेवी रजनीश कुमार ने अपने स्तर से दो टैंकर पानी की व्यवस्था कर नगर के विभिन्न मुहल्लों में पहुंचाना शुरू किया है.
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