कुर्था/अरवल
. नागपंचमी के पावन अवसर पर मंगलवार को कुर्था थाना क्षेत्र के पोंदिल गांव स्थित प्रसिद्ध बक्स बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. सुबह से ही श्रद्धालु हाथों में दूध, लाबा और अन्य पूजन सामग्री लेकर मंदिर पहुंचे और नाग देवता की पूजा-अर्चना कर अपनी मनोकामनाएं मांगी. बताते चलें कि नागपंचमी श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाये जाने वाला एक हिंदू त्योहार है. यह त्योहार नागों (सांपों) और नाग देवताओं के सम्मान में मनाया जाता है. नागपंचमी मनाने के पीछे कई धार्मिक और पौराणिक कथाएं हैं. एक कथा के अनुसार राजा जनमेजय ने अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए सर्प यज्ञ किया था, जिसमें कई नाग जलने लगे थे. आस्तिक मुनि ने यज्ञ को रोक कर नागों की रक्षा की थी. इसके बाद से ही नागों के सम्मान में नागपंचमी मनाई जाती है. एक अन्य कथा में भगवान कृष्ण द्वारा कालिया नाग को पराजित करने की बात कही गई है, जिसके बाद नागों की पूजा शुरू हुई. समुद्र मंथन के दौरान वासुकी नाग को रस्सी के रूप में इस्तेमाल किया गया था, जिससे नागों का महत्व और बढ़ गया. नागपंचमी पर नाग देवता की पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
यह त्योहार सुख, समृद्धि और फसलों की रक्षा के लिए भी मनाया जाता है. कुछ लोगों का मानना है कि नागपंचमी पर नागों की पूजा करने से सर्प भय से मुक्ति मिलती है. नाग पंचमी प्रकृति और पर्यावरण के प्रति सम्मान का प्रतीक है. यह त्योहार नागों को किसानों का मित्र मानते हुए उनकी रक्षा और संरक्षण का संदेश देता है. नागपंचमी पर नाग देवता को दूध चढ़ाने की परंपरा भी है, जो नागों के प्रति श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक है. वहीं दूसरी ओर कई लोगों ने नाग पंचमी के अवसर पर शिवालय मंदिर में रुद्राभिषेक पूजन भी किया भाग्य लक्ष्मी डेवलपर कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अंकित कुमार और छोटू शर्मा ने अपने पूरे परिवार के साथ भगवान भोलेनाथ के समक्ष रुद्राभिषेक किया.
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