-भवन निर्माण की शुरुआत के पहले लोगों को कराना होगा नक्शा पास
-गांवों में भी बहाल होगी शहर की तरह तमाम सुविधाएं, 183.98 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल का होगा विकासखगड़िया. शहर को व्यवस्थित तरीके से विकसित करने के उद्देश्य से मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. आगामी 20 वर्षों तक की संभावित आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर प्लान तैयार किया जा रहा है. सदर प्रखंड के 21 व मानसी के 08 निकटवर्ती राजस्व गांवों के विकास का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा. गांव के विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार करने को लेकर शनिवार को समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी नवीन कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई. अपर समाहर्ता राजस्व द्वारा तकनीकी एवं गैर तकनीकी पदाधिकारियों के साथ स्टेक होल्डर बैठक की गई. जिसमें खगड़िया आयोजना क्षेत्र प्राधिकार के विकास के लिए मास्टर प्लान स्टेज-1 का प्रस्तुतीकरण किया गया. मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद -सह- सचिव आयोजना प्राधिकार रवि कुमार, नगर कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत मानसी -सह- सदस्य अमर प्रकाश राय, प्राधिकार की नोडल पदाधिकारी शैली स्पर्श, नगर परिषद, टीसीपीओ पटना से नामित एटीपीएस अर्पणा कुमारी एवं शेष राज्य व नगर विकास विभाग द्वारा चयनित एजेंसी के कर्मी उपस्थित थे.
खगड़िया के आसपास के 21 राजस्वग्राम चयनित
मुस्तफापुर, मथुरापुर, कोठिया, रसौंक, संसारपुर, दुर्गापुर, सन्हौली, महसौरी, शेखपुरा, गौरा, रांकों, भदास, हरदासचक, दुर्गापुर बरारी, कुतुबपुर, परमानपुर, बछौता, चंदुआ, मारर, अम्माडीह, रहीमपुर. वहीं मानसी के आसपास का चयनित 8 राजस्व गांव में बख्तियारपुर, अमनी, चकहुसैनी, खुटिया, ठाठा, बलहा, मानसी, सैदपुर शामिल है.
138.63 वर्ग किलोमीटर किया जाएगा विकसित
मास्टर प्लान के तहत खगड़िया ग्रामीण क्षेत्र का क्षेत्रफल 134.50 वर्ग किलोमीटर है. जबकि शहरी क्षेत्र का क्षेत्रफल 4.13 वर्ग किलोमीटर है. कुल 138.63 वर्ग किलोमीटर विकसित किया जाएगा. जिससे जनगणना 2011 के अनुसार 2,46,266 लोगों को लाभ मिलेगा. मानसी क्षेत्र का क्षेत्रफल 45.35 वर्ग किलोमीटर का विकास संभव होगा. जिसमें अनुमानित 86,920 लोगों को लाभ होगा. आगामी 20 वर्षों तक की संभावित आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर जनसंख्या वृद्धि अनुमान के अनुरूप विकास का मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, ताकि इन क्षेत्रों का एक समान सुनियोजित विकास संभव हो सके. बताया जाता है 29 राजस्व गांव के लिए मास्टर प्लान वर्ष 2041 में होने वाले विकास के परिप्रेक्ष्य में तैयार किया जा रहा है. जिसका मुख्य उद्देश्य व्यवस्थित तरीके से सड़क, नाला, पार्क, स्कूल, अस्पताल, भवन निर्माण आदि का कार्य कराया जाएगा ताकि लोगों को व्यवस्थित तरीके से विकसित गांव व शहर मिले. भवन निर्माण की शुरुआत के पहले लोगों को नक्शा पास कराना होगा. भविष्य की योजना को लेकर मास्टर प्लान के लिए चयनित एजेंसी डीडीएफ कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा जीआईएस आधारित मास्टर प्लान का प्रस्तुतीकरण किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है