शिक्षा हमें जीने का सही तरीका सिखाती व आत्मनिर्भर बनाती है: बलियावी अलौली. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत साहसी पंचायत के जोगिया गांव में गुरुवार को मरकजी खानकाह फरीदिया महमूदिया शरीफ में एक दिवसीय 29वां उर्स ए पाक धूमधाम से मनाया गया. इससे पहले मरकजी खानकाह के नायव सज्जादा नशीं मो सकलैन फरीदी की कयादत में कुरान खानी व मगरीब की नमाज बाद खानकाही मिलाद पढ़कर उर्स ए पाक का आगाजा किया गया. कार्यक्रम में सूफी संत धर्मगुरु हजरत सैयदना मौलाना हुजूर नुरुल हसन कादरी फरीदी रहमतुल्लाह अलैह ने भाग लिया. मरकजी खानकाह व दरगाह को रंग बिरंगे बल्ब व फूलों से सजाया गया. उर्स मुबारक का नेतृत्व मरकजी खानकाह ए फरीदीया के सज्जादा नशीन हजरत मौलाना बाबू सईदैन फरीदी ने की. उर्स मुबारक में हिंदुस्तान भर के उलमा व नात खा हजरात,पटना से गाजी ए मिल्लत हजरत मौलाना गुलाम रसूल बलियावी, पूर्व सदस्य ऑफ पार्लियामेंट ने भाग लिया. मरकजी खानकाह फरीदिया ने दहेज मुक्त शादी व शराब नहीं पीने की सलाह दी गयी. पटना से आए गायी ए मिल्लत हजरत मौलाना बलियावी ने कहा कि युवाओं को दहेज प्रथा का विरोध करना चाहिए. न ही लेना चाहिए और न ही देना चाहिए. गांव व समाज को दहेज मुक्त व शराब मुक्त बनाएं. कुरीतियों को त्याग कर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए. तब जाकर राष्ट्र उन्नति की राह पर जायेगा. उन्हें ने कहा कि इस दौर में शिक्षा बहुत जरूरी है. शिक्षा के बिना विकास संभव नहीं है. शिक्षा हमें जीने का सही तरीका सिखाती है और आत्मनिर्भर बनाती है. यह न केवल ज्ञान और कौशल प्रदान करती है, बल्कि हमें बेहतर इंसान बनने में भी मदद करती है. शिक्षा बदलती हुई परिस्थितियों के अनुकूल ढलने और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करती है. इसलिए, शिक्षा प्राप्त करना हर व्यक्ति का अधिकार और कर्तव्य है. मो सिबतैन फरीदी ने कहा कि बाबा के दरगाह पर श्रद्धा और आस्था के साथ जो भी श्रद्धालु माथा टेकते हैं उनकी झोलियां भर जाती है. उनका दामन खाली नहीं जाता है.
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