ग्रामीण कार्य विभाग ने खगड़िया और गोगरी प्रमंडल से मांगी रिपोर्ट, एग्रीमेंट विखंडन और अद्यतन स्थिति का ब्योरा तलबखगड़िया. ग्रामीण सड़कों के निर्माण एवं रखरखाव में गंभीर लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है. ग्रामीण कार्य विभाग ने खगड़िया और गोगरी ग्रामीण कार्य प्रमंडल से संबंधित छह ठेकेदारों के विरुद्ध ब्लैकलिस्टेड करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. विभाग के संयुक्त सचिव ने प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया है कि वे संबंधित कार्यों की तकनीकी स्थिति और ठेकेदारों द्वारा किए गए अनुबंध उल्लंघन की विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध कराएं. इसके साथ ही संवेदकों के एकरारनामें का विखंडन एवं पथ निर्माण कार्य की अद्यतन स्थिति से संबंधित प्रतिवेदन मांगा है. विभाग ने इससे पूर्व सभी ठेकेदारों को स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया था. अब उनके जवाब के आधार पर दोनों कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता से प्रतिवेदन मांगा गया है. बताया जाता है कि यदि दोष प्रमाणित होते हैं, तो संबंधित ठेकेदारों का लाइसेंस रद्द करते हुए उन्हें विभागीय कार्यों से ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा.
निर्माण के बाद रखरखाव में भी लापरवाही
जिन ठेकेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी है. उन पर न केवल निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोप है. बल्कि निर्माण बाद आवश्यक अनुरक्षण (मेंटेनेंस) कार्यों को भी गंभीरता से नहीं लिया गया. इसका नतीजा यह है कि जिन सड़कों का निर्माण हाल के वर्षों में ही हुआ था. उनकी स्थिति आज बेहद खराब हो चुकी है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन प्रभावित हो रहा है और आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.इन परियोजनाओं में बरती गई लापरवाही
जिन परियोजनाओं को लेकर ठेकेदारों पर आरोप लगे हैं, उनमें माली फुलवारिया गोगरी से गोगरी पुरनावां तक सड़क निर्माण कार्य, खगड़िया-अलौली आरसीडी रोड से दहमा पूर्वी तक सड़क निर्माण, खगड़िया सोनमनकी पीडब्ल्यूडी रोड से बछौता तक सड़क निर्माण, सोनमनकी से आनंदपुर मारन तक सड़क निर्माण और रौन शुम्भा रोड द्वितीय परियोजना शामिल हैं. इन सभी कार्यों में गुणवत्तापूर्ण निर्माण और रखरखाव के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया गया.मानक से समझौता करने वालों पर होगी कार्रवाई
संयुक्त सचिव ने दोनों प्रमंडलों के कार्यपालक अभियंताओं को निर्देशित किया है कि वे सभी तकनीकी एवं प्रशासनिक पहलुओं की जांच कर रिपोर्ट सौंपें. विभाग का कहना है कि संवेदकों की भूमिका और लापरवाही की गहनता को ध्यान में रखते हुए ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा. विभाग की इस कार्रवाई से अन्य संवेदकों के लिए भी स्पष्ट संदेश गया है कि मानक से समझौता करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.क्या है मामला
छह ठेकेदारों पर सड़क निर्माण और मेंटेनेंस में लापरवाही बरतने का आरोप लगा है. पहले विभाग ने स्पष्टीकरण नोटिस भेजा था. अब एग्रीमेंट विखंडन और अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट मांगी गयी है. तकनीकी जांच के आधार अंतिम कार्रवाई होगी.
क्या होगा अगला कदम
कार्यपालक अभियंता देंगे विस्तृत रिपोर्टदोष प्रमाणित होने पर रद्द होगा ठेकेदारों का लाइसेंस
संवेदकों को किया जाएगा ब्लैकलिस्टेडभविष्य में विभागीय टेंडर से रहेंगे बाहर
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