खगड़िया. समाहरणालय के सभाकक्ष में जिलाधिकारी नवीन कुमार ने राजस्व कार्यों की समीक्षा बैठक शनिवार की. इस दौरान म्यूटेशन, परिमार्जन, ई-मापी, अभियान बसेरा, राजस्व संग्रहण व आधार सीडिंग जैसे जन सरोकार के महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गयी. डीएम ने सभी अमीनों को निर्देशित किया कि उनके पास लंबित सभी नापी कार्यों को 10 दिनों के भीतर निष्पादित करें. जिन अमीनों के पास 30 से अधिक नापी आवेदनों की लंबित फाइलें हैं. उन्हें 15 दिनों के भीतर कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया. सभी अंचलाधिकारी को आदेश दिया गया कि वे अपने अधीनस्थ अमीनों की तिथि पुनः निर्धारित करें. ताकि कार्य में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके.
हलकों का विभाजन कर, कर्मचारियों को सौंपे कार्यभार
गोगरी अंचलाधिकारी को विशेष रूप से निर्देशित किया गया कि वे अपने हलकों का न्यायसंगत रूप से विभाजन कर, कर्मचारियों में संतुलित ढंग से कार्यभार वितरित करें. यह सुनिश्चित करें कि कोई भी क्षेत्र कार्य विहीन न रह जाय. कार्य का वितरण व्यावहारिकता और दक्षता को ध्यान में रखकर किया जाय. बैठक में ब्लॉकवार समीक्षा की गयी, जिसमें प्रत्येक अंचल से पांच सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाले कर्मियों की पहचान कर उन्हें चेतावनी दी गयी. अलौली अंचल को अपने प्रदर्शन में कम से कम 10 प्रतिशत की वृद्धि सुनिश्चित करने को कहा गया है. उन्हें प्रगति की रिपोर्ट सप्ताहवार प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. राजस्व संग्रहण के संदर्भ में डीएम ने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे विशेष कैंप लगाकर लंबित मामलों का शीघ्र निष्पादन करें. म्यूटेशन के वे मामले जो रिवर्ट बैक टू एप्लिकेंट की श्रेणी में हैं. उन पर विशेष कैंप लगाकर आवेदकों से संवाद कर समाधान सुनिश्चित किया जाय. इसके अतिरिक्त, जिन मामलों में तकनीकी त्रुटियों या अभिलेखीय विसंगतियों के कारण अड़चनें उत्पन्न हो रही हैं. उन्हें प्राथमिकता पर निपटाने का निर्देश दिया गया. बैठक के दौरान जिले के तीन सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारी बैलाथा, मुश्कीपर और नीरपुर पंचायत के कर्मियों से उनके खराब कार्य प्रदर्शन पर स्पष्टीकरण मांगा गया. साथ ही जायेगी.हर अधिकारी व कर्मचारी जवाबदेही की भावना से करें कार्य
डीएम ने सभी अंचलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि एक अगस्त तक सभी बिंदुओं पर संतोषजनक प्रगति सुनिश्चित की जाए. उन्होंने परिमार्जन प्लस जैसे आमजन से जुड़े विषयों में 99 प्रतिशत से कम अनुपालन को अस्वीकार्य बताया. डीएम ने कहा कि राजस्व जैसे विषय जो सीधे आमजन से जुड़े होते हैं. उनमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. सभी कर्मचारियों को अपने आचरण व व्यवहार में शालीनता लानी होगी. हमें जनता के सेवक और लोकसेवक की भूमिका को आत्मसात कर कार्य करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासनिक प्रणाली की साख तभी बनेगी. जब हर अधिकारी और कर्मचारी जवाबदेही की भावना से कार्य करेगा.
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