गोगरी. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को सेनिटरी नैपकिन दिया जाएगा. कक्षा 7 वीं से 12वीं की छात्राओं को सेनिटरी नैपकिन खरीदने के लिए 300 रुपये दिये जाएंगे. शिक्षा विभाग ने स्पष्ट निर्देश जारी किया है कि इस राशि का उपयोग केवल सेनिटरी नैपकिन की खरीद में ही हो, ताकि किशोरियों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे और यह राशि किसी अन्य मद में खर्च न हो पाए.
हजारों छात्राएं होंगी लाभान्वित
सत्र 2025-26 में हजारों छात्राओं को किशोरी स्वास्थ्य योजना के तहत यह सहायता राशि दी जाएगी. यह राशि मेधासाफ्ट पोर्टल के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी. जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार गोंड ने बताया कि 12 से 18 आयु वर्ग की छात्राएं मानसिक, शारीरिक और सामाजिक बदलाव के दौर से गुजरती हैं. इस समय सही जानकारी और संसाधनों की अनुपलब्धता उनके व्यक्तित्व विकास में बाधा बनती है. ऐसे में माहवारी स्वास्थ्य और प्रबंधन की सही जानकारी देना अत्यंत आवश्यक हो गया है.
हर स्कूल में बनेगा किशोरी मंच, मिलेगी विशेष ट्रेनिंग
योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिले के सभी मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में किशोरी मंच की स्थापना की जाएगी. इन मंचों पर छात्राओं को माहवारी से जुड़े प्रश्नों के उत्तर, स्वास्थ्य संबंधी भ्रांतियों का समाधान, नैपकिन का सुरक्षित निस्तारण और स्वच्छता बनाए रखने की ट्रेनिंग दी जाएगी.राशि की निगरानी के लिए स्वतंत्र एजेंसी तैनात
विभाग ने आदेश दिया है कि वाउचर की उपयोगिता और राशि की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए स्वतंत्र एजेंसी के माध्यम से जांच करायी जाएगी. यह देखा जायेगा कि राशि छात्राओं को मिली या नहीं और उसका उपयोग निर्धारित मद में हुआ या नहीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है