कटाव निरोधी कार्य में बरती जा रही अनियमितता, लोगों में पनप रही नाराजगी बेलदौर. प्रखंड क्षेत्र के तेलिहार कैंजरी जमींदारी बांध के बाना मोड़ समीप संभावित बाढ़ व कटाव के खतरों की रोकथाम को लेकर कटाव निरोधी कार्य किया जा रहा है. जारी कटाव निरोधी कार्य में बरती जा रही लापरवाही से लोगों में घोर नाराजगी पनप रही है. कटाव निरोधी कार्य में उपयोग किए जा रहे सैंड बैग बंडल खिसक जाने के कारण स्थानीय ग्रामीणों ने इसकी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वहीं उक्त वायरल वीडियो को गंभीरता से लेते संबंधित पदाधिकारी उक्तस्थल पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण कर विभागीय पदाधिकारी को मामले से अवगत कराते आवश्यक कार्रवाई किये जाने की बात कही. ग्रामीणों ने उक्त निरोधात्मक कार्य में बरती जा रही लापरवाही एवं गड़बड़ी की ओर ध्यान आकृष्ट कराते बाढ आने के पहले तत्काल ठोस उपाय करने की मांग की. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि करीब 22 करोड़ की लागत से की जा रही निरोधात्मक कार्य में कटाव की जद में खिसककर कोसी में समा रहा है एवं जिम्मेवार मौन है जबकि बीते दो दिन से उक्तस्थल बाना मोड़ समीप कटाव जारी है. इसकी सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. शनिवार को सीओ अमित कुमार, थाना अध्यक्ष परशुराम सिंह, विभागीय एसडीओ चंद्रशेखर गुप्ता, आर ओ सत्यनारायण झा,एस आई रणवीर कुमार राजन पुलिस बल के साथ कटाव निरोधी कार्य करवाये गये उक्त स्थल पहुंचकर संबंधित कार्य एजेंसी पर जमकर बरसे. स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी जतायी नाराजगी वहीं पदाधिकारियों के कटाव स्थल पर पहुंचने की खबर पर कैंजरी के मुखिया प्रतिनिधि विनय कुमार सिंह, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष पवन कुमार सिंह समेत दर्जनों प्रभावित टोले के लोग उक्त स्थल पहुंचकर कटाव निरोधी कार्य में बरती जा रही लापरवाही पर घोर नाराजगी जतायी. इस दौरान मुखिया प्रतिनिधि विनय सिंह एवं कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष पवन सिंह ने बताया कि बीते दो माह से उक्तस्थल पर करीब दो करोड़ की राशि का कटाव निरोधी कार्य के नाम पर बंदरबांट जारी है. महज 10-15 मजदूर कच्छप गति से कार्य कर रहे हैं, क्रेटिंग के लिए उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक निम्न कोटि का है, इसके कारण नदी किनारे की मिट्टी खिसकते ही बंडाल टूटकर नदी में समाने लगा है. इन्होंने आशंका जताते कहा कि अविलंब सीमेंट पोल एवं गुणवत्ता पूर्ण प्लास्टिक का उपयोग करते उक्तस्थल पर कार्यों में सुधार लाते बंडाल नही बनाया गया तो जमींदारी बांध ध्वस्त होने से बेलदौर समेत समीपवर्ती सहरसा एवं मधेपुरा जिले के प्रभावित गांवों में बड़ी तबाही मचा सकती है. इन्होंने अविलंब युद्धस्तर से उक्तस्थल पर बेहतर तरीके से कटाव निरोधी कार्य करवाये जाने का मांग की.
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