गोगरी. जमालपुर स्थित एक निजी विद्यालय में सक्षम उपाध्यक्ष दिलीप पासवान के नेतृत्व में हेलेन एडम्स केलर की जयंती मनायी गयी. मौके पर संघ के कोषाध्यक्ष पवन कुमार पासवान, संदीप पटेल रामदेव कुमार एवं विद्यालय के कई बच्चे उपस्थित रहे. इस अवसर पर सक्षम के जिला उपाध्यक्ष दिलीप पासवान ने कहा कि मूक बधिर एवं दृष्टिहीन दिव्यांग जनों के लिए प्रेरणा स्रोत रही हेलेन केलर का जन्म 27 जून 1880 को अमेरिका में हुई 6 वर्ष की उम्र से ही इनमें विशेष प्रतिभा दिखाई देने लगा था. आगे चलकर कला स्नातक की उपाधि अर्जित करने वाली पहली दृष्टिहीन मूक बधिर महिला बनी. वहीं संघ के जिला कोषाध्यक्ष पवन कुमार पासवान ने कहा कि आज दिव्यांगजन के प्रेरणा स्रोत हेलेन केलर सेवई से दिव्यांग जनों को सीख लेने की आवश्यकता है. दृष्टिबाधित एवं मूक बधिर होने के बावजूद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारा और अपनी ऊंची शिक्षा से विश्व के तमाम लोगों को लोहा मनवाया. अमेरिका के लेखक राजनीतिक कार्यकर्ता और आचार्य हेलेन केलर के जीवन पर कई फिल्म प्रकाशित हुआ. हिंदी फिल्म में 2005 में संजय लीला भंसाली ने इसी कथा में थोड़ा परिवर्तन करके ब्लैक फिल्म बनाई जो की काफी प्रचलित हुई थी. बेहतरीन लेखिका केलर अपनी रचनाओं में युद्ध विरोधी के रूप में नजर आती थी. समाजवादी दल के एक सदस्य के रूप में उन्होंने अमेरिका और दुनिया भर के श्रमिकों और महिलाओं के मताधिकार, श्रम अधिकारों समाजवाद और कट्टरपंथी शक्तियों के खिलाफ हमेशा अभियान चलाया करती थी.
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