मानसी. नगर पंचायत में नागपंचमी के अवसर पर भगवती मंदिर में आयोजित सात दिवसीय नागपंचमी महोत्सव मंगलवार को कलश विसर्जन के साथ सम्पन्न हो गया. मंगलवार को प्रातः सुबह से ही कलश विसर्जन के लिए महिलाओं के साथ साथ ग्रामीणों का भीड़ मंदिर परिसर में स्थित पंडाल में उमड़ने लगा. कलश विसर्जन से पूर्व हवन कर पूर्णाहुति दिया गया. तत्पश्चात मंदिर से कलश यात्रा निकल कर मानसी के विभिन्न चौक चौराहा से गुजरते हुए मटिहानी घाट पर पहुंचा. जहां 251 कन्याओं के सिरों पर रखे कलशों को विधि-विधान से गंगा में विसर्जित किया गया. कलश विसर्जन यात्रा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व पुरुष श्रद्धालु डीजे पर चल रहे धार्मिक गीतों पर थिरकते हुए कलश विसर्जन को रवाना हुए. कलश यात्रा में लोगों ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाया. कथावाचक आचार्य मनिषानंद वैदिक ने बताया कि जिस प्रकार यज्ञ में पूर्ण आहुति के बिना यज्ञ सफल नहीं होता, इसी प्रकार श्रीमद् भागवत कथा कलश विसर्जन के बिना अपूर्ण रहती है. कलश विसर्जन पर कथा को विश्राम दिया जाता है.
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