नाविक के भुगतान, फसल क्षतिपूर्ति और जीआर की राशि नहीं देने की लोगों ने की डीएम से शिकायत
गोगरी. नगर परिषद गोगरी कार्यालय के सभागार में गुरुवार को जिला पदाधिकारी नवीन कुमार की अध्यक्षता एवं पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार की उपस्थिति में गोगरी, परबत्ता प्रखंड के जनप्रतिनिधि के साथ बैठक हुई. बैठक में शामिल अंचलाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड के नोडल पदाधिकारी, सभी बीडीओ और जनप्रतिनिधियों के साथ दोनों प्रखंड में नदियों के जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की संभावित स्थिति की तैयारी के संबंध में समीक्षा की गयी. बैठक में गोगरी प्रखंड के बौरना में रिंग बांध, गोगरी में जर्जर सड़क, इटहरी के भुड़ीया दियारा के समीप में टूटे सड़क सह पुल आदि मुद्दे को प्रमुखता से रखा गया. इस पर जल्द ही कार्य किये जाने का डीएम ने आश्वासन दिया है. बैठक के दौरान जिले में नदियों के जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की संभावित स्थिति की तैयारी के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी. डीएम ने सभी पदाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि तटबंधों की सुरक्षा के मद्देनजर नदियों में जलस्तर पर नियमित रूप से नजर बनाये रखने की जरूरत है. उन्होंने तटबंधों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में पदाधिकारियों एवं कर्मियों की तैनाती कराने एवं बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र को लगातार निरीक्षण कराने, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पीड़ित परिवारों के राहत एवं बचाव के लिए उपयोगी आवश्यक सामग्री यथा पॉलिथिन सीट्स, सरकारी एवं निजी नावों, लाइफ जैकेट मोटर बोट, मोटर एम्बुलेंस आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने, भंडारण में उपलब्ध सामग्री का सत्यापन कराने, विभिन्न प्रखंडों में चिन्हित बाढ़ राहत शिविर एवं बाढ़ राहत आश्रय स्थल का मरम्मति एवं साफ-सफाई कराते हुए उक्त स्थल पर शुद्ध पेयजल, शौचालय, लाइटिंग आदि सुनिश्चित कराने, पर्याप्त मात्रा में पशु चारा का भंडारण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है