अधिकारियों ने कटाव स्थल का दौरा कर शुरू कराया बचाव कार्य बेलदौर. प्रखंड क्षेत्र के तेलिहार जमींदारी बांध के कामाथान बाना मोड़ समीप यू टर्न लेकर कोसी नदी ने भीषण कटाव शुरू कर दी है. इसके कारण उक्त स्थल पर करीब साढ़े छह सौ मीटर में कराये गये कटाव निरोधी कार्य पर खतरा मंडरा रहा है एवं समीप स्थित जमींदारी बांध की ओर कोसी कटाव तेज रफ्तार से बढ़ते लोगों को दहलाने लगी है. स्थिति की गंभीरता को भांप शुक्रवार को बाढ़ प्रमंडल टू के मुख्य अभियंता नवल किशोर भारती, अधीक्षक अभियंता रविन्द्र सिंह, एसडीओ मनोज कुमार, कार्यपालक अभियंता मनीष कुमार एवं जेई मणिकांत पटेल कामाथान (तेलिहार बांध के बाना मोड़) समीप हो रहे भीषण कटाव से बांध पर मंडराते खतरे का जायजा लेने पहुंचे. वहीं स्थिति का गहनता से जायजा लेते अधिकारियों ने युद्धस्तर पर कटाव निरोधी कार्य कर बांध समीप हो रहे भीषण कटाव पर अंकुश लगाने का निर्देश दिए. वहीं निर्देश मिलते ही एक बार फिर उक्त स्थल समीप कटाव निरोधी कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दी गई. कटाव स्थल का जायजा लेने के दौरान अधिकारियों ने बताया कि उक्त स्थल पर 650 मीटर में कटाव निरोधी कार्य करवाया गया लेकिन नदी में छाड़न की बजह से अचानक कोसी की तेज धारा यू टर्न लेकर करवाये गये कटाव निरोधी कार्य के बगल में तेज कटाव करने लगा इसके कारण बेडवार नदी के डाउन-स्ट्रीम में खिसककर समाने लगा. इन्होंने बताया कि खतरे की कोई बात नहीं है, आज रात से नदी का जलस्तर बढना हो जायेगा, कोसी प्रक्षेत्र में हुई भीषण बारिश से बराज पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. वहीं जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू होते ही कटाव कम हो जायेगी. इसके अलावे उक्तस्थल पर परकोपाईन एवं बैडवार की मदद से हो रहे कटाव पर अंकुश लगाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. वहीं प्रभावित टोले के लोगों में हो रहे भीषण कटाव से भय का माहौल बना हुआ है, ग्रामीणों की मानें तो कटाव लगातार जारी है एवं कटाव स्थल से बांध की दूरी महज 20-25 मीटर ही शेष रह गयी है अगर अविलंब कटाव पर अंकुश नहीं लगाया गया तो कटाव की चपेट में बांध को ध्वस्त होना तय है, इससे प्रभावित टोले समेत आसपास की बड़ी आबादी बुरी तरह प्रभावित हो सकती है. वहीं स्थिति की गंभीरता को भांप अधिकारियों द्वारा कटाव स्थल का दौरा किए जाने से प्रभावित टोले के लोग राहत महसूस कर रहे हैं कि गुणवत्तापूर्ण एवं बेहतर तरीके से उक्तस्थल पर कटाव निरोधी कार्य संभावित खतरे को टाला जा सकता है.
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