महेशखुट. थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव में बुधवार को एक दिवसीय शिवगुरू परिचर्चा का आयोजन किया गया. इस आयोजन में भागलपुर, रांची, पूर्णिया के अलावे कई जिले के शिव परिवार के सदस्यों ने भाग लिया. मुख्य अतिथि सह कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भागलपुर से पहुंचे राम नारायण शर्मा ने भगवान शिव की महिमा बताते हुए कहा कि भगवान शिव तीनों लोको के मलिक ही नहीं पूरे विश्व के रचयिता भी हैं. इनके पूजा अर्चना एवं ओम नमः शिवाय मंत्र जाप करने से मनुष्य का सारा कष्ट दूर हो जाता है. संसार में जन्म लेने वाले सभी मनुष्य को इनकी पूजा अर्चना अवश्य करनी चाहिए. शिव नाम के ही गुरु नहीं काम के भी गुरु हैं. भगवान शिव सदा अपने भक्तों के सुख-दुख में साथ रहते हैं. शिव भक्तों का काल भी कुछ बिगाड़ नहीं सकता है. इसलिए शिव की आराधना अवश्य करनी चाहिए. शिव चर्चा के दौरान शिव शिष्या दीदी राजमणि आनंद का 20वीं पुण्यतिथि धूमधाम से मनाया गया. शिव भक्तों ने उनके तेल चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया. इनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए शिव शिष्य मधुमति पोद्दार ने कहा कि इनका जन्म पलामू जिला के एक राजा के यहां हुआ था. इन्होंने बचपन से राजशाही भौतिक सुख को त्याग कर आध्यात्मिक सुख की तलाश करती रही. भगवान शिव को अपना गुरु मानते हुए इन्होंने पलामू से शिव चर्चा की शुरूआत किया. मौके पर पूर्व जिला पार्षद राज किशोर यादव, विलास यादव, पिंकी निषाद, सपना यादव, रूबी निषाद, सुधीर चौरसिया, अशोक चौरसिया, शंकर पोद्दार सहित दर्जनों शिव शिष्य मौजूद थे.
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