बेलदौर. नेपाल से राजधानी को जोड़ने वाली कोसी की लाइफलाइन बीपी मंडल सेतु की सेहत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है, लेकिन स्थिति से अवगत होने के बाद भी जिम्मेवार चुप्पी साधे हुए हैं. इसके कारण उक्त रूट से हर रोज जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को विवश राहगीरों में नाराजगी है. ग्रामीणों ने बताया कि पुल पर बने पथ के स्मुथनेस के लिए किए गए ग्राफटिंग पूरी तरह दम तोड चुका है. जगह -जगह पुल के पथ पर गड्ढा हो गया. छड़ दिखने लगा है. इसके कारण एक बार फिर इसके क्षतिग्रस्त होने से संपर्क भंग होने की चिंता लोगों को सताने लगी है. वहीं आवाजाही के दौरान हर रोज लोग पुल के उक्त गड्ढे के कारण हादसे के शिकार हो रहे हैं. वही बीपी मंडल सेतु पुल जर्जर हो जाने के बावजूद एनएचआइ के पदाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि संबंधित अधिकारियों के अनदेखी से अगर उक्त उक्त पुल क्षतिग्रस्त हो जायेगा तो सहरसा, मधेपुरा, सुपौल व नेपाल क्षेत्र के लोगों का आवाजाही बाधित हो जायेगी. इसके बावजूद एनएचआइ के पदाधिकारी हादसे का इंतजार कर रही है. इस संबंध में जनसुराज नेता डॉ नीतीश कुमार,राजद के प्रखंड अध्यक्ष अरुण यादव व वीआइपी नेता सह मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि बिहार में डबल इंजन की सरकार विकास का ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन नेपाल को जोड़ने वाले कोसी के लाइफलाइन बीपी मंडल सेतु पुल जर्जर होने के बाद भी कोई भी पदाधिकारी हो या मंत्री या सांसद विधायक उक्त रूट से आवाजाही कर स्थिति से रूबरू होने के बाद भी मौन है. इससे आमलोगों में आक्रोश है.
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