पटना में इलाज के दौरान दारोगा रंजन की हुई मौत, मधुबनी के पंडौल में थे तैनात गोगरी. नगर परिषद क्षेत्र के मुश्कीपुर कोठी निवासी वन विभाग में कार्यरत दारोगा रंजन कुमार का शव गांव पहुंचते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया. बताया जाता है कि मंगलवार की सुबह में पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दारोगा रंजन कुमार की मौत हो गयी. रंजन वर्तमान में मधुबनी जिले के पंडौल में दारोगा के पद पर तैनात थे. दारोगा रंजन का बीते एक सप्ताह पूर्व ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ गया था. सहयोगियों ने मधुबनी स्थित अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. स्थिति में सुधार नहीं होने के कारण तीन दिन पूर्व पटना में इलाज के लिए भर्ती कराया. मंगलवार की सुबह दारोगा रंजन की मौत हो गयी. परिजनों दोपहर में रंजन का शव घर मुश्कीपुर कोठी लाया. घटना की जानकारी के बाद पंडौल से भी पुलिस पदाधिकारी की टीम पहुंचे. विभागीय कार्रवाई के बाद शव को गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया है. मृतक दारोगा के बड़े भाई राजीव कुमार ने बताया कि तबीयत खराब होने के बाद भी इलाज के लिए छुट्टी नहीं दिया गया था. बीमार अवस्था में भी ड्यूटी कराया गया था. इधर, मृतक की मां और पत्नी सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. दारोगा रंजन के निधन की खबर सुनकर दोस्त रणवीर कुमार, बुद्धन यादव, मुकेश कुमार, विक्की कुमार, पप्पू यादव, मनीष कुमार सहित सैकड़ों युवाओं के बीच शोक की लहर दौड़ गयी. बताया कि रंजन की नौकरी बीते पांच वर्ष पूर्व वन विभाग में दारोगा के पद पर हुआ था.
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