-मथुरापुर मैदान में बिहार बदलाव यात्रा का हुआ एक दिवसीय कार्यक्रम -गाजे-बाजे व आतिशबाजी के साथ जन सुराज के संस्थापक का किया गया स्वागत खगड़िया. शहर के मथुरापुर खेल मैदान में रविवार को जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने जनसभा को संबोधित किया. इससे पहले हजारों कार्यकर्ताओं ने एनएच 31 रहीमपुर में ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया. कार्यकर्ता बलुआही बस स्टैंड, केएन क्लब, राजेन्द्र चौक, स्टेशन रोड, बखरी बस स्टैंड, गांधी चौक आदि जगहों पर फुल माला से स्वागत किया. इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ता बाइक पर सवार होकर जय जय बिहार का नारा लगाते रहे. जनसभा के मुख्य द्वार पर कार्यकर्ताओं ने पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर को जेसीबी से फुल की वर्षा कर स्वागत किया. जनसभा का नेतृत्व पार्टी के कार्यकर्ता सह शिक्षक नेता मनीष कुमार सिंह ने किया. लोक गायक सुनील छैला बिहारी भोजपुरी गीत के माध्यम से लोगों को बिहार बदलाव के बारे में समझा रहे थे. जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में संपूर्ण क्रांति और व्यवस्था परिवर्तन के उद्देश्य से बिहार बदलाव यात्रा शुरू की गयी है. कहा कि बिहार में अधिकारी और नेता राशन कार्ड बनाने से लेकर जमीन की रसीद कटाने तक के लिए रिश्वत ले रहे हैं, जिससे आम लोग परेशान हैं. यहां लोगों को जागरूक करने आए हैं, उन्हें अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट करना चाहिए. श्री किशोर ने कहा कि जनता पांच किलो अनाज, सिलेंडर और बिजली से संतुष्ट है, लेकिन जनता यह नहीं सोंचती कि उसके बच्चों को शिक्षा और रोजगार नहीं मिल रहा है. उन्होंने खगड़िया की जनता से अपील किया कि उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं को वोट न दें. अगली बार अपने बच्चों के लिए वोट दें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें. बिहार में व्यवस्था परिवर्तन कर जनता का राज स्थापित करने के लिए नेताओं का चेहरा देखकर वोट न करें. चुनाव में वोट लालू, नीतीश व मोदी के चेहरे पर नहीं अपने बच्चों के चेहरे को देखकर दें. अगली बार अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करें. संस्थापक पीके ने कहा कि नीतीश कुमार को इस बार विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता बाय-बाय करेंगे. उन्होंने पीएम और सीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वोट बिहार के लोगों का है, इसलिए फैक्ट्री भी बिहार में लगनी चाहिए. ना कि फैक्ट्री गुजरात में लगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के 11 मुख्यमंत्री को सत्ता की गद्दी पर बैठाएं हैं. इसीलिए बिहार की जनता ने विकास के लिए चुना है. दो सालों तक 5 हजार गांव का पैदल यात्रा किया. लोगों को गांव-गांव जाकर बिहार बदलाव के लिए जगाया. मौके पर जिला परिषद सदस्य प्रियदर्शना सिंह, वरूण यादव, शिक्षक प्रद्दमन कुमार, मुखिया मुन्ना प्रताप सहित दर्जनों पार्टी के पदाधिकारी मौजूद थे.
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