पहाड़कट्टा. पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय अर्राबाड़ी की ओर से शुक्रवार को 65वीं किसान संवाद एवं पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किशनगंज प्रखंड के महेशबथना में किया गया. इस अवसर पर वैज्ञानिकों ने पशुओं के रख-रखाव की विधि से अवगत कराते हुए वैज्ञानिक पद्धति से पशुपालन कराने की अपील की. कार्यक्रम की संयोजिका सह सहाये अध्यापिका डॉ येंगखोम रोजिता देवी ने बताया कि किसान संवाद कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ चंद्रहास के दिशा-निर्देशन में किया गया, जिसका उद्देश्य पशुपालकों के द्वार पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना एवं पशुपालन से संबंधित समस्याओं से अवगत होकर उनके निराकरण का प्रयास करना है. 22 पशुपालक परिवारों से संपर्क कर पशुपालन से संबंधित वैज्ञानिक गतिविधियों एवं पशुपालन महाविद्यालय में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी दी गयी. इस अवसर पर आयोजित पशु चिकित्सा शिविर में 82 पशुपालकों के 267 छोटे-बड़े पशुओं में गर्भ की जांच, कृमि की समस्या, प्रजनन की समस्या आदि से संबंधित विभिन्न प्रकार की समस्याओं का इलाज कर उचित परामर्श दिया गया. बीमारियों के निदान से संबंधित दवाइयों, खनिज तत्वों, कृमिनाशकों का निःशुल्क वितरण किया गया. इस अवसर पर बेलवा पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गुणानंद सिंह भी उपस्थित रहे. किसान संवाद कार्यक्रम में पशुपालकों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया. पशुपालन से संबंधित समस्याओं के निराकरण के प्रयास के लिए पशुपालकों ने वैज्ञानिकों एवं महाविद्यालय का आभार व्यक्त किया.
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