नया जीवन, नई उम्मीद: ईएनटी कैंप और विशेषज्ञ उपचार से बच्चों को मिलेगा बेहतर भविष्य
किशनगंज.जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत बच्चों के जन्मजात रोगों के इलाज के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में आज 9 मरीजों को सदर अस्पताल से जेएलएनएमसीएच भागलपुर भेजा गया, जहां वे कल आयोजित होने वाले विशेष ईएनटी कैंप में शामिल होंगे और विशेषज्ञ डॉक्टरों से इलाज प्राप्त करेंगे. ये सभी बच्चे जन्मजात बहरापन, क्लबफुट और क्लीफ्ट लिप जैसी गंभीर समस्याओं से पीड़ित हैं, जिनका सही समय पर इलाज बेहद जरूरी है.इस विशेष पहल के तहत जिन बच्चों को भेजा गया है, उनमें रुहेन (5 वर्ष), इमाद रहमान (11 माह), महिर रजा (4 वर्ष) प्रखंड:पोठिया , क्लबफुट -शम्मा (4 वर्ष)प्रखंड: पोठिया, अदीब सैफ (2 माह), सिफत परवीन (5 वर्ष) – प्रखंड: कोचाधामन, रोहन पोद्दार (12 वर्ष) , प्रखंड: किशनगंज , जोही नाज (2.5 वर्ष) – प्रखंड दिघलबैंक,
क्लीफ्ट लिप -. असिघा (2 माह) – प्रखंड: ठाकुरगंज आदि शामिल हैं.जन्मजात बीमारियों का इलाज अब संभव और निःशुल्क
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत 18 साल तक के बच्चों का इलाज पूरी तरह निःशुल्क किया जाता है. जन्मजात बीमारियों का यदि समय पर इलाज न हो, तो यह जीवनभर की परेशानी बन सकती हैं. खासकर बहरापन, क्लबफुट और क्लीफ्ट लिप जैसी समस्याएं बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित करती हैं.सिविल सर्जन की अपील: “बच्चों की समय पर जांच करवाएं”
सिविल सर्जन डॉ मंजर आलम ने कहा कि च्चों का स्वास्थ्य ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है. क्लबफुट, बहरापन या अन्य जन्मजात बीमारियों का समय पर इलाज जरूरी है. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत हम इन बच्चों को पूरी तरह निःशुल्क इलाज उपलब्ध करा रहे हैं. मैं अभिभावकों से अपील करता हूं कि वे समय-समय पर अपने बच्चों की स्वास्थ्य जांच करवाएं और किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है