, बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहादुरगंज में लापरवाही के बीच कचहरी टोला भाटाबाड़ी की प्रसूता मौत प्रकरण में संलिप्त एएनएम चंदा कुमारी को निलंबित कर दिया गया है. कार्यालय, असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी किशनगंज ने महिला कर्मी को प्रकरण में दोषी मानते हुए निलंबन संबंधी पत्र जारी कर दिया है. साथ ही विभाग ने इस निलंबन अवधि के दौरान मुख्यालय क्षेत्रीय अपर निदेशक कार्यालय स्वास्थ्य सेवा भागलपुर प्रमंडल के लिए यहां से विरमित भी कर दिया है. बतातें चलें कि बीते 2 जुलाई को ही पीड़िता नूरी बेगम प्रसव कार्य हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहादुरगंज पहुंची थी. जहां हॉस्पिटल प्रशासन की लापरवाही के बीच डयूटी पर तैनात एएनएम ने पीड़िता को यह कहकर दूसरे दिन सुबह में घर वापस भेज दिया कि यहां भर्ती रहने की जरूरत नहीं. कार्य के बदले 10 हजार रूपये देने पर प्रसव पीड़ा शुरू होने की सूचना के साथ ही घर तक जाकर सुरक्षित प्रसव करवा दूंगी. कुछ ही घंटे बाद प्रसव पीड़ा की सूचना के साथ महिला स्वास्थ्य कर्मी घर तक जा पहुंची एवं प्रसव कार्य को अंजाम देकर अपना फीस लेकर वापस लौट आयी. इस बीच देर शाम होते – होते पीड़िता की तबियत बिगड़ने लगी एवं फिर से बहादुरगंज हॉस्पिटल लाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गयी. जहां प्रकरण पर खूब बबाल को देख स्वास्थ्य विभाग ने जांच टीम गठित की गयी थी. इस बीच प्रकरण में स्वास्थ्य कर्मी की लापरवाही की बात सामने आयी थी. उधर , विभागीय करवाई को देखते हुए जिला पार्षद प्रतिनिधि इमरान आलम ने प्रकरण में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रशासनिक व्यवस्था पर ही सवाल खड़े कर दिये हैं.
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