किशनगंज माता गुजरी विश्वविद्यालय, किशनगंज के अंतर्गत आने वाले माता गुजरी कॉलेज ऑफ फार्मेसी को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा मास्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स, फार्मास्युटिक्स (15 सीट), फार्माकोलोजी (15 सीट) एवं फार्मास्युटिकल एनालिसिस (15 सीट) इन तीन विषयों पर अनुमोदन प्राप्त हो चुका है. माता गुजरी कॉलेज ऑफ फार्मेसी में बैचलर ऑफ फार्मेसी (100 सीट) एवं डिप्लोमा इन फार्मेसी (60 सीट) की पढ़ाई वर्ष 2020 से चल रही है और वर्त्तमान सत्र 2025-2026 से तीन विषयों फार्मास्युटिक्स (15 सीट), फार्माकोलोजी (15 सीट) एवं फार्मास्युटिकल एनालिसिस (15 सीट) में मास्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स में नामांकन प्रक्रिया आरंभ की जा रही है. मास्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स के बाद छात्र-छात्रा शोध एवं अनुसंधान, शैक्षणिकता, दवा निर्माण कंपनियों, रेगुलेटरी अफेयर्स एवं औषधी निरीक्षण के क्षेत्र में आसानी पूर्वक अपने आप को प्रतिष्ठित कर सकते है. इन विषयों फार्मास्युटिक्स, फार्माकोलोजी एवं फार्मास्युटिकल एनालिसिस पर मास्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स करने के लिए अब तक छात्र-छात्राओं को भिन्न भिन्न राज्यों में भ्रमण करना पड़ता था जो कि अब जिले में अतिअल्प शिक्षा शुल्क में माता गुजरी विश्वविद्यालय, किशनगंज में करवाया जाएगा. जिससे की जिला, राज्य एवं आस-पास के क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं को सहूलियत होगी. जिले एवं आस पास क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं के लिए अब मास्टर ऑफ फार्मेसी कोर्स के लिए बाहर अन्य जिलों या राज्यों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी, इस सूचना से जिले एवं आस-पास क्षेत्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है. इस अवसर पर भाजपा बिहार प्रदेश अध्यक्ष सह निदेशक माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज सह लायंस सेवा केन्द्र हॉस्पिटल डॉ दिलीप कुमार जयसवाल, माता गुजरी विश्वविद्यालय कुलपति डॉ सुदिप्तो बोस, माता गुजरी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा इच्छित भारत भारत, माता गुजरी विश्वविद्यालय के एकैडमिक डीन डॉ सौमेन्दु देव रॉय, माता गुजरी कॉलेज ऑफ फार्मेसी एवं माता गुजरी कॉलेज ऑफ फार्मेसी के प्रधानाचार्य डॉ दिवयेन्दु सील एवं सभी संकायों के विभागीय प्रमुखों ने बधाई देते हुए आगे उज्जवल भविष्य की कामना की है.
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