पहाड़कट्टा पोठिया एवं ठाकुरगंज प्रखंड की सीमा के बीच महानंदा नदी पर 112 वर्षों की लंबी अवधि के बाद उच्च कोटि के आरसीसी पुल का निर्माण शुरू हुई. इससे दो प्रखंडों के तकरीबन दस लाख की आबादी को सिंगल लेन की पुल पर घंटों जाम तथा ग्यारह दशक पुराने जर्जर पुल कि समस्या से मुक्ति मिलेगी. 21 जनवरी को प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कटहल डांगी में पुल निर्माण की घोषणा की थी. घोषणा के मुताबिक मंत्री परिषद की बैठक में 61 करोड़ 81 लाख 48 हजार की लागत से उच्च कोटि आरसीसी पुल निर्माण होगी. फिलहाल दो पिलर का निर्माण लगभग पूर्ण होने पर है. इधर पुल निर्माण निगम के सहायक अभियंता विरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया की पुल की लंबाई 38 मीटर, चौड़ाई 12 मीटर, जिसमें 11 पीलर का निर्माण किया जाना है. जिसका निर्माण कार्य मई से प्रारंभ किया गया है. वर्ष 2027 तक निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा. पुल निर्माण की गुणवत्ता के सवाल पर अभियंता श्री चौधरी ने बताया कि पिलरों की ढलाई के समय विभागीय पदाधिकारी कार्यस्थल पर मौजूद रहेंगे. जाम से अधिकांश ठाकुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सदर अस्पताल किशनगंज तथा एमजीएम के लिए रेफर किए गए मरीजों, व्यापारियों, कच्चे माल वाहनों, दूध कारोबारियों, चाय की हरी पत्ती के किसान को जाम से प्रतिदिन सामना करना पड़ता है. उल्लेखनीय है कि खरना गांव के समीप महानंदा नदी पर 112 वर्ष पूर्व सन 1913 में ब्रिटिश हुकूमत के दौरान पश्चिम बंगाल के हावड़ा के वर्ण एंड कंपनी के द्वारा सिंगल लेन के लोहे से बनी पुल का निर्माण कराया गया था. वर्तमान में लोहे में जंग लग जाने से पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है.
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