किशनगंज. महिला संवाद कार्यक्रम में सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था को लेकर, महिलाएं अपनी आकांक्षाएं व्यक्त कर रही हैं. दिघलबैंक प्रखंड के तुलसिया पंचायत में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने इस संबंध में अपनी आकांक्षाएं व्यक्त की. सरकारी बस व रेल सेवा शुरू करने की मांग की. उन्होंने कहा कि इससे इस क्षेत्र के विकास में सहायता मिलेगी. खास कर महिलाओं को यातायात में सुविधा होगी. वहीं, ठाकुरगंज प्रखंड के डुमरिया पंचायत में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने कृषि क्षेत्र में सहयोग की मांग की. अफरोज बेगम, खेतों में फसलों की सिंचाई के लिए सरकार के स्तर पर नहर और सामूहिक बोरिंग ( बोरवेल ) की व्यवस्था की आकांक्षा व्यक्त की. उन्होंने किशनगंज जिला में चाय पत्ता, अनानास, ड्रेगन फ्रूट की खेती कि संभावना को देखते हुए इसके लिए सरकारी सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की. नगदी फसल से किसानों को होने वाली अधिक आमदनी को लेकर अपने विचार रखें. किशनगंज जिला में छोटे जोत वाले सीमांत किसानों की संख्या ज्यादा है. उनके लिए खेती आय का जरिया कैसे बन सके, इससे जुड़ी आकांक्षा, महिला संवाद कार्यक्रम में महिलायें व्यक्त कर रही हैं. महिला संवाद कार्यक्रम में कृषि कार्य हेतु खाद बीज की अधिक कीमत, उसकी ससमय उपलब्धता, कृषि लागत में वृद्धि, स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर की कमी जैसे मुद्दों पर महिलाओं ने सरकार से बेहतर कार्य नीति बनाने की आकांक्षा व्यक्त की. किशनगंज सदर प्रखंड के चकला पंचायत की रेखा देवी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे शारदा जीवका स्वयं सहायता समूह से ऋण लेकर स्वरोजगार करती हैं. समूह से ऋण लेकर पहले चाय नाश्ता का दुकान शुरू किया. फिर दुकान की आमदनी, समूह से और ऋण लेकर कपड़ा का दुकान भी खोले. उन्होंने बताया कि दोनों दुकान से महीने में बीस से पच्चीस हजार रुपये तक की आमदनी हो जाती है. पूर्व में घर गृहस्थी तक सीमित जीवन थी. वहीं अब, आर्थिक रूप से स्वावलंबित हुए है. बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं. स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं समृद्धि की ओर बढ़ रही हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है