– डेंगू व मलेरिया भ्रूण को करता है प्रभावित, समय से पूर्व हो सकता है प्रसव
– प्लेटलेट्स की तेज गिरावट से जा सकती है जान
– सिविल सर्जन और महिला चिकित्सा पदाधिकारी ने की सावधानी बरतने की अपील
प्रतिनिधि, किशनगंजबरसात के मौसम में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ता है, जिससे गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्क रहने की जरूरत है. डेंगू और मलेरिया जैसे रोग गर्भवती के साथ गर्भस्थ शिशु के लिए भी घातक साबित हो सकते हैं. स्वास्थ्य विभाग ने खासकर बरसात में इससे बचने के लिये साफ-सफाई बनाए रखने की अपील की है.
डेंगू से प्लेटलेट्स में गिरावट, मलेरिया से होता है भ्रूण पर असर
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए जिले के सभी अस्पतालों में जांच और इलाज की पूरी सुविधा उपलब्ध है. तेज बुखार, बदन दर्द और शरीर पर चकत्ते जैसे लक्षणों को हल्के में न लें. उन्होंने कहा कि डेंगू के कारण प्लेटलेट्स तेजी से घटती है, जिससे रोगी की जान भी जा सकती है. गर्भवती महिलाओं को डेंगू या मलेरिया हो जाने पर गर्भपात, समय पूर्व प्रसव या जन्म के समय शिशु के वजन में कमी जैसे गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं. उन्होंने बताया कि रात में मच्छरदानी का इस्तेमाल, घर और आसपास की सफाई, खुले पानी के स्रोतों को ढककर रखना, और कीटनाशक छिड़काव जैसे उपाय अपनाकर मच्छरों के पनपने से रोका जा सकता है.
महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मीन ने कहा कि सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार गर्भवती महिलाओं में डेंगू और मलेरिया का असर सामान्य महिलाओं की तुलना में तीन गुना अधिक हो सकता है. पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें, मच्छर-रोधी क्रीम का प्रयोग करें और रोग के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.ध्यान रखें ये ज़रूरी बातें
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गर्भवती महिला या नवजात शिशु के कमरे में मच्छर भगाने वाले धुएं का उपयोग न करें, इससे सांस की समस्या हो सकती है.– घर में नमी नहीं होने दें और कमरे में अंधेरा ना रहे, मच्छर ऐसे स्थानों पर जल्दी पनपते हैं.
– कीटनाशक का छिड़काव कर कमरे को कुछ देर के लिए खाली छोड़ दें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है