ठाकुरगंज. एक कमरे में चल रहे प्राथमिक स्कूल में चार शिक्षकों की पोस्टिंग शिक्षा विभाग के कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे है. बताते चले हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा किए गए शिक्षकों के स्थानांतरण में कई अनियमितताएं सामने आ रही है. ठाकुरगंज प्रखंड में ऐसी समस्या सामने आई है कि जहां पर सीट उपलब्ध नहीं है. वहां पर भी शिक्षकों का स्थानांतरण कर दिया गया है. इसके अलावा जहां छात्र अनुपात में दो शिक्षक की जरूरत है, वहां पर चार शिक्षकों की पोस्टिंग कर दी गई है. बात ठाकुरगंज नगर के प्राथमिक विद्यालय भातडाला की हो रही है. जर्जर भवन के कारण समीप के कन्या प्राथमिक विद्यालय फाड़ाबाड़ी में मर्ज किये गए प्राथमिक विद्यालय भातडाला में वर्तमान में नामांकित छात्रों की संख्या 12 ( बारह ) है. कन्या प्राथमिक विद्यालय फाड़ाबाड़ी के एक कमरे में चल रहे इस स्कूल में चार शिक्षकों की पोस्टिंग कर दी गई है. जिसमें एक उर्दू शिक्षक की पोस्टिंग इस स्कुूल में कर दी गई है. मजेदार बात तो यह है कि नामांकित 12 बच्चो में एक भी उर्दू भाषी छात्र या छात्रा नहीं है. अब सवाल उठता है कि जिस स्कूल में उर्दू भाषी छात्र नहीं, वहां केसे उर्दू शिक्षिका की पोस्टिंग कर दी. उर्दू शिक्षक हिंदी स्कूल के बच्चों को क्या पढ़ाएगी.
सिफ्टिंग में चल रहा भातडाला स्कूल
ठाकुरगंज नगर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या छह स्थित प्राथमिक विद्यालय भातडाला का भवन जर्जर होने के कारण बच्चों को नजदीक के कन्या प्राथमिक विद्यालय फाराबाड़ी में शिफ्ट कर दिया गया. जहां पहले से ही भवन की कमी के कारण एक कमरे के में स्कूल चलाने की बाध्यता शिक्षकों की है.सिफ्टिंग स्कूलों को नहीं किया जा रहा मर्ज
स्थानीय जानकार बताते है कि प्रखंड में ऐसे दर्जन भर स्कूल हैं, जो विभिन्न कारणों से सिफ्टिंग में चल रहे है. विभागीय दिशानिर्देश के बाबजूद एसे सिफ्टिंग स्कूलों को मर्ज नहीं किया जा रहा है. सिफ्टिंग स्कूलों में कमरों की कमी के कारण पढ़ने में दिक्कत होती है. शिक्षा विभाग इस मामले में चुप्पी साधे बैठा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है