बहादुरगंज. दो दिनों तक प्रखंड क्षेत्र में होली का रंग छाया रहा.चहुंओर होली के गीत बज रहे थे. झूमते-गाते लोग नजर आ रहे थे.दिन भर होली की मस्ती में लोग डूबे रहे.सुबह से ही लोग रंग गुलाल खेलने के मूड में दिखे.क्या बच्चे और क्या बुजुर्ग सभी अपने मित्रों के साथ होली का आनंद लेने में मगन दिख रहे हैं.पहले रंगों की होली फिर गुलाल से खेली गयी होली1 जैसे-जैसे दिन चढ़ने लगा इसका रंग और चटख होता गया.अब युवा टोली बनाकर सडकों पर निकलने लगे हैं. जहां मौका मिल जाता है.वे नाचने लगते हैं और एक-दूसरे के चेहरे पर गुलाल मलने और होली की शुभकामना देने के साथ ही आगे की ओर बढ़ जाते हैं.होली रंग के साथ पुआ-पकवानों का त्योहार भी कहा जाता है.इसलिए नाचने-गाने के साथ-साथ लोग व्यंजन का आनंद लेना नहीं भूल रहे हैं.दहीबड़ा, मालपुआ और गुझिया का आनंद लिया.इतना ही नहीं कोई सौंफ का शरबत पी रहा है तो को कोल्ड ड्रिंक्स,ठंडई का भी स्वाद लिया.होली पर पुआ-पकवान के साथ ही मांसाहारी भोजन का प्रचलन रहता है जिसको लेकर होली के दिन सुबह से ही मांस बाजार में चहल-पहल दिखी.लोग पुआ,पूड़ी,खीर का जमकर लुत्फ लिया.हालांकि पंचांग की तिथि में परिवर्तन के कारण कुछ जगहों पर शनिवार को रंगोत्सव मनाया गया.
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