ठाकुरगंज
बिहार में चल रहे एसआईआर में गणना प्रपत्र प्रारूप में मतदाताओं जो जानकारी दे रहे हैं वो पूर्ण जानकार आपरेटर अपडेट नहीं कर रहे हैं. ऑपरेटरों द्वारा गणना प्रपत्र प्रारूप में मौजूद स्कैनर को स्कैन कर पूर्व से उपलब्ध जानकारी को केवल ताजा फोटो के साथ अपलोड कर दिया जा रहा है, जिससे भविष्य मे होने वाली परेशानी की आशंका से मतदाता परेशान हैं. बताते चले विधानसभा चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने विशेष गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू किया है. गणना प्रपत्र मतदाताओं द्वारा बीएलओ को देने के बाद जब मतदाता ऑनलाइन प्रीव्यू देख रहे है, उसमे अंकित इंट्री गलत दिख रहा है. इस बाबत कई मतदाताओं ने बताया कि उन्होंने अपने गणना प्रपत्र मे आधार नंबर दिया लेकिन ओपरेटर द्वारा मतदाता के आधार नम्बर को इंट्री नहीं किया गया. पिता का नाम गलत तो कहीं माता का गलत तो कहीं पत्नी का गलत टंकित किया गया है और ज्यादातर इंट्री के दौरान जन्म तिथि ही गलत भर दी गई है. इसके अलावे मतदाता के माता-पिता तथा पति/पत्नी का मतदाता पहचान नंबर तक इंट्री नहीं किया जा रहा है.बीएलओ झाड रहे पल्ला
इस मामले में मतदाता जब अपने बीएलओ से सम्पर्क करते है तो गड़बड़ी का सुधार उनलोगों के स्तर पर नहीं हो पा रहा है. वे सारा दोष ओपरेटर पर डाल दे रहे है. इससे मतदाताओं में परेशानी बन गई है कि इससे जो मतदाता सूची बनकर आएगी वह तो गलत ही आएगी. इससे परेशान होकर चिंतित कई मतदाताओं ने इस संबंध में बीडीओ सह सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, ठाकुरगंज से इस मामले में पहल करने की गुहार लगाईं है जिससे त्रुटिरहित मतदाता सूची का निर्माण हो सके. तो प्रखंड विकास पदाधिकारी सह सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी ने कहा कि मतदाता सूचि के प्रकाशन के बाद आपति का समय दिया जाएगा उस वक्त इसे सही करवाए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है