Bihar News: बिहार के किशनगंज जिले के कुख्यात खगड़ा रेड लाइट एरिया में बुधवार शाम देह व्यापार के खिलाफ बड़ी और सुनियोजित कार्रवाई की गई. किशनगंज पुलिस और पटना की एक एनजीओ की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर 2 नाबालिग लड़कियों समेत 8 महिलाओं और 6 पुरुषों को हिरासत में लिया.
इस कार्रवाई की नींव एक नाबालिग लड़की की हिम्मत और सूझबूझ ने रखी. दरभंगा निवासी पीड़िता को कुछ दिनों पहले नशा देकर अगवा किया गया था और किशनगंज लाकर जबरन देह व्यापार में धकेल दिया गया. मौका पाकर लड़की ने एक ग्राहक से मोबाइल लेकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद एसपी सागर कुमार के निर्देश पर बहादुरगंज, पहाड़कट्टा सहित कई थानों की संयुक्त टीम ने रेड की.
छापेमारी के दौरान कई संदिग्ध फरार
छापेमारी के दौरान कई संदिग्ध मौके से फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर दबिश देकर बड़ी संख्या में लोगों को पकड़ा. पूछताछ में सामने आया कि पीड़िता को पहले दरभंगा रेलवे स्टेशन से अगवा कर नशीली दवा देकर किशनगंज लाया गया था और फिर सौदेबाज़ी के बाद खगड़ा इलाके में बेच दिया गया.
करीब 100 साल पुराना है यह रेड लाइट एरिया
करीब 100 साल पुराना खगड़ा रेड लाइट एरिया अब मानव तस्करी और जबरन देह व्यापार का अड्डा बन चुका है. यहां नेपाल, बंगाल, झारखंड और दिल्ली से लड़कियों की तस्करी कर उन्हें विभिन्न शहरों में भेजा जाता है. पिछले वर्षों में हुई छापेमारियों के बावजूद यह गिरोह बार-बार सक्रिय होता रहा है.
एसपी सागर कुमार ने क्या कहा?
एसपी सागर कुमार ने कहा, “नाबालिग की सूचना पर तत्काल एक्शन लिया गया. सभी संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी.” सूत्रों की मानें तो हबीब, रोज़ी, मुन्नी, माया और सोनू जैसे कई नाम सामने आए हैं जो इस काले धंधे की रीढ़ माने जाते हैं. पुलिस इनकी भूमिका खंगाल रही है और जल्द ही एक और बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है.
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