बहादुरगंज.प्रस्तावित लोकेशन के बजाय दूसरे लोकेशन पर असुरा-निसन्दरा पुल निर्माण कार्य का लेआउट/अलाइनमेंट वहां के ग्रामीणों की सोच के ठीक विपरीत है. जनसुराज के जिलाध्यक्ष प्रो मुस्सबिर आलम ने कार्यस्थल पर लोगों से वार्ता कर वापसी में ये बातें कहीं. प्रो आलम ने कहा कि दशकों से जारी मांग पर आखिरकार राज्य की नीतीश सरकार ने बीते कुछ महीने पूर्व अपने प्रगति यात्रा के क्रम में करोड़ों की इस महत्वपूर्ण कार्ययोजना को हरी झंडी दी, जो निश्चित रूप से किशनगंज वासियों के लिए किसी बड़ी सौगात से कम नहीं है. इस बीच पुल निर्माण निगम ने प्रस्तावित जगह से तकरीबन डेढ़ किलोमीटर पश्चिम दूर जाकर कार्ययोजना का अलाइनमेंट/लोकेशन शुरू कर दिया. जिसपर वहां की एक बड़ी आबादी को आपत्ति महसूस होने लगा. परिस्थिति से हताश वहां के ग्रामीणों ने स्थल पर विरोध प्रदर्शन करने के सिवाय दूसरा कोई विकल्प नहीं दिखा. इसी क्रम में आक्रोशित लोगों ने आन्दोलन स्वरूप एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया एवं व्यवस्था के विरुद्ध में जमकर नारेबाजी भी की. प्रो आलम ने कहा कि ऐसे गंभीर मुद्दे पर जनहित के मद्देनजर क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति एवं जरूरत को ध्यान में रखते हुए इस आंदोलन को जायज करार दिया एवं कहा कि ऐसे गंभीर विषयों पर जनसुराज किसी भी कीमत पर चुप नहीं बैठेगी. उन्होंने जिला प्रशासन से इतने महत्वपूर्ण कार्ययोजना के क्रियान्वयन में समुचित प्रशासनिक पहल सुनिश्चित किये जाने का आग्रह किया. साथ ही बिहार पुल निर्माण निगम के वरीय अधिकारियों से से समय रहते ही असुरा-निसन्दरा पुल निर्माण कार्य को उसके लिए पूर्व से प्रस्तावित स्थल पर ही कार्य शुरू करवाने की मांग दोहराए. इस दौरान जनसुराज के मौलाना गुलाम सरवर एवम मुन्ना अंसारी, पूर्व मुखिया नूर आजम, सरपंच बाबर अली, हाजी असगर इमाम, हाफिज निशाद, सहजाद आलम, गुड्डू सहित दर्जनों गणमान्य साथ थे.
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