प्रतिनिधि, किशनगंज
जिले में 24 मई से चल रहे आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के विशेष गोल्डन ई-कार्ड निर्माण अभियान ने अब रफ्तार पकड़ ली है. जिले के सुदूर पंचायतों से लेकर प्रखंड मुख्यालयों तक सुबह से शाम तक लग रहे विशेष शिविरों में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. अभियान की सफलता को देखते हुए जिलाधिकारी विशाल राज ने इसे 30 मई तक विस्तार देने का निर्णय लिया है, ताकि कोई भी पात्र लाभुक स्वास्थ्य सुरक्षा के इस अधिकार से वंचित न रह जाए. डीपीसी पंकज कुमार ने बताया कि अभियान की शुरुआत से लेकर अब तक कार्ड निर्माण की प्रगति सराहनीय रही है. 24 मई: 1,558 कार्ड, 25 मई: 4,154 कार्ड, 26 मई: 9,409 कार्ड, 27 मई: 13,641 कार्ड, 28 मई: 14,848 कार्ड, 29 मई (सुबह तक): 9,000 कार्ड कुल: 54,000 से अधिक गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं, जो इस अभियान की व्यापक पहुंच और प्रभावशीलता को दर्शाता है.गरीबों के लिए सुरक्षा कवच है आयुष्मान कार्ड
जिलाधिकारी विशाल राज ने किशनगंज एवं दिघलबैंक प्रखंडों के शिविरों का स्वयं निरीक्षण किया. उन्होंने मौके पर मौजूद लोगों को योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी. कहा यह कार्ड हर गरीब, कमजोर और जरूरतमंद परिवार के लिए एक सुरक्षा कवच है. हमारा उद्देश्य है कि कोई भी पात्र व्यक्ति इससे वंचित न रह जाए. अधिक से अधिक लोग अपने दस्तावेजों के साथ शिविर में पहुंचे और निःशुल्क कार्ड बनवाएं. सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि अभियान की सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग, जीविका, पंचायत, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना गरीब परिवारों के लिए जीवनदायिनी है. इसे एक जनांदोलन का रूप दिया गया है, ताकि अंतिम व्यक्ति तक इसका लाभ पहुंचे. अभियान की एक बड़ी उपलब्धि रही टेढ़ागाछ प्रखंड में 91 वर्षीय वृद्ध महिला का वय वंदना कार्ड बनना. यह दिखाता है कि योजना किस तरह हर उम्र वर्ग तक पहुंच रही है. 70 वर्ष से ऊपर के नागरिकों के लिए विशेष प्राथमिकता के साथ कार्ड बनाए जा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है