पहाड़कट्टा भारतीय परंपरा में गुरु का स्थान सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. इसका जीता जागता उदाहरण शनिवार को नया प्राथमिक विद्यालय सुहागी में देखने को मिला. जहां विद्यालय की प्रधान शिक्षिका कुमारी निधि के स्थानांतरण पर ग्रामीणों ने विदाई एक अनोखे अंदाज में की. गांव के बच्चे वृद्ध, महिला-पुरुषों छात्र-छात्राएं सभी के आंखो में आंसू छलक रहे थे. ग्रामीण महिलाओं ने खोइचा भर के बिटिया की तरह निधि को विदा किया. बता दें कि कुमारी निधि यहां अपनी 11 वर्ष की सेवा के बाद एक अन्य विद्यालय में बतौर प्रधान शिक्षिका के पद पर में पदस्थापित हुई है. अपने कार्यकाल के दौरान शिक्षिका कुमारी निधि केवल वर्ग कक्ष तक सीमित नहीं रही, बल्कि समाज के कई कुरूतियों और रूढ़िवादी परम्पराओ को खत्म कर बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया. दर्जनों बच्चियों को बाल विवाह से बचाया तो सैकड़ो ड्राप आउट बच्चों को स्कूल से जोड़ा. विदाई समारोह में विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव सबिस्ता बेगम, अध्यक्ष तारिक अनवर, तालीमी मरकज मुनेरा बेगम, उर्मिला देवी, बलोनी देवी, अफसाना बेगम, सहायक शिक्षक पवन पासवान आदि मौजूद थे.
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