किशनगंज. कभी चिलचिलाती धूप तो कभी रिमझिम बारिश, मौसम के बदलते रूप में भी महिला संवाद कार्यक्रम निरंतर जारी है. उत्साह उमंग से महिलाएँ, संवाद कार्यक्रम में हिस्सा ले रही हैं. किशनगंज जिला में अब तक 11 सौ 30 ग्राम संगठन में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है. संवाद कार्यक्रम में 2 लाख 23 हजार से अधिक महिलाओं ने भाग लिया है. लाखों की संख्या में महिलाओं की भागेदारी, महिला संवाद कार्यक्रम को प्रभावी बना रहा है. चरणबद्ध तरीके से यह कार्यक्रम 12 सौ 62 ग्राम संगठन में आयोजित किया जाना है. आकांक्षा, सुझाव, अनुभव, सामजिक विकास का उदेश्य लिए महिलाएँ, संवाद कार्यक्रम में सशक्त भागीदारी दे रही हैं. किशनगंज सदर प्रखंड में लक्षित सौ ग्राम संगठन में महिला संवाद कार्यक्रम संपन्न हो गया है. जिला के बाकी छह प्रखंड में, दोनों पालियों सुबह और शाम में, महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. बहादुरगंज प्रखंड के झिलझिली, निसंदरा, दोहर, महेशबथना, गुआबाड़ी, भौरादह में शुक्रवार को महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. वहीं, दिघलबैंक प्रखंड के इकरा, ताराबाड़ी पदमपुर, जागीर पदमपुर, आठगाछी, कोचाधामन के मजगामा, तेघरिया, पोठिया प्रखंड के बुधनी, क़स्बा कलियागंज, ठाकुरगंज प्रखंड के बरचौन्दी, खारुदह में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. टेढ़ागाछ के झाला, हवाकोल सहित शुकवार को जिला के विभिन्न प्रखंडों के बीस ग्राम संगठन में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. महिला संवाद कार्यक्रम में कोचाधामन प्रखंड के मजगामा पंचायत की फातिमा खातून ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे खेती और पशुपालन का काम करती है. लवली जीविका स्वयं सहायता समूह से एक रुपये ब्याज दर पर ऋण लेकर इन्होंने इस काम में तरक्की की है. खेती – बाड़ी, गाय पालन , बकरी पालन का कार्य कर रही हैं. खस्सी, पाठा – पाठी बिक्री, दूध और फसल की बिक्री से अच्छी कमाई हो जाती है. उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएँ आगे बढ़ रही हैं. उन्हें अब ऋण लेकर स्वरोजगार करने के लिए किसी महाजन के भरोसे नहीं रहना पड़ता है. समूह से ऋण लेकर अपना स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर बन रही हैं.
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