आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन समन्वय समिति की बैठक में रणनीति पर चर्चा
लखीसराय.
भाकपा जिला कार्यालय में मंगलवार को महागठबंधन समन्वय समिति की बैठक संयोजक जितेंद्र कुमार की निगरानी में संपन्न हुई. जिसकी अध्यक्षता माकपा नेता मोती साव ने की. बैठक में महागठबंधन के नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर व्यापक रणनीति पर चर्चा की और क्षेत्रीय समस्याओं जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, नाली, पानी, बिजली एवं आवास घोटालों की जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क पर उतरने की घोषणा की. बैठक में निर्णय लिया गया कि जल्द ही जिला समाहरणालय पर एक विशाल धरना दिया जायेगा. महागठबंधन के नेताओं ने जिलाधिकारी द्वारा शिक्षा माफियाओं के विरुद्ध की गयी कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि गठबंधन का प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिलकर औपचारिक शिकायत दर्ज करायेगा. बैठक में पूर्व विधायक एवं राजद नेता फुलेना सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार अनीश, भाकपा जिला सचिव हर्षित यादव, भाकपा माले नेता चंद्रदेव यादव, राजद जिला उपाध्यक्ष प्रेम सागर, भाकपा नेता अधिवक्ता रजनीश कुमार सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित थे. नेताओं ने एक स्वर में बिहार सरकार को अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार बताया और मुख्यमंत्री को मानसिक रूप से असंतुलित करार दिया. नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के मंत्री व अधिकारी योजनाओं के संचालन के नाम पर फर्जी प्राक्कलन एवं मापी पुस्तिका के माध्यम से कमीशन वसूली में लिप्त हैं. लखीसराय और सूर्यगढ़ा विधानसभा के प्रतिनिधियों पर भी सीधे भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया गया. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यदि निर्धारित समय सीमा में संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई तो महागठबंधन जिला प्रशासन का संचालन ठप कर देगा. बैठक में प्रखंड स्तर पर समन्वय समिति का गठन भी किया गया, जिसकी अगली बैठक आगामी सात जून को प्रातः 11 बजे महात्मा गांधी बीएड कॉलेज, लखीसराय में रखी गयी है. इसमें पंचायत एवं बूथ स्तर तक समिति गठन की रूपरेखा तय की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है