बड़हिया. गंगा सहित अन्य नदियों के जलस्तर के खतरे के निशान के ऊपर बहने की सूचना के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. संभावित बाढ़ प्रभावित वार्डों में आपदा से निपटने की तैयारी को लेकर प्रशासनिक स्तर पर आवश्यक प्रयास जारी हैं. इसी क्रम में मंगलवार को नगर के बीएनएम गंगा कॉलेज घाट पर एसडीआरएफ दल के नेतृत्व में पांच दिवसीय नाविक प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया. यह प्रशिक्षण शिविर 5 से 9 अगस्त तक चलेगा. शिविर के पहले दिन गोताखोरों एवं आपदा मित्रों को मोटरवोट संचालन, बचाव उपकरणों के उपयोग तथा आपात स्थिति में राहत कार्यों को कुशलतापूर्वक संचालित करने का प्रशिक्षण दिया गया. जिसका का नेतृत्व एसडीआरएफ के हवलदार रॉबिन ठकुरी कर रहे थे. जबकि प्रशिक्षण कार्य में मास्टर ट्रेनर अमरजीत कुमार की अहम भूमिका है. जो अपनी टीम के साथ हाल ही में पटना से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटे हैं. बता दें कि एसडीआरएफ की यह टीम बीते एक महीने से बड़हिया नगर में तैनात है. जो सावन माह में विशेषकर सोमवार को गंगा स्नान के दौरान संभावित जोखिम को ध्यान में रखते हुए घाट क्षेत्र में सुरक्षा इंतजाम में जुटी है. प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे आपदा मित्रों में मनीष कुमार, कृष्ण कुमार, नीतीश कुमार, रमाकांत कुमार, शुभम शंकर, सत्यम कुमार, रवि शंकर कुमार, सुरेंद्र कुमार, सौरभ कुमार और आदित्य शामिल हैं. वहीं प्रशिक्षण संचालन में अमरजीत कुमार के साथ राधे कुमार, छतीश कुमार, चंदन कुमार, अजीत कुमार, शिवम कुमार और सुरेश कुमार की सहभागिता है. मौके पर मौजूद सीओ राकेश आनंद ने जानकारी दी कि सावन को देखते हुए टीम अभी नगर में मौजूद है और पूर्णमासी के बाद अन्यत्र स्थापित किया जायेगा. साथ ही बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए अन्य एसडीआरएफ टीम को यहां तैनात किया जायेगा. उन्होंने बताया कि पहले राहत कार्यों के दौरान नाव तो उपलब्ध हो जाती थी, लेकिन प्रशिक्षित नाविकों का अभाव महसूस किया जाता था. अब राज्य सरकार की पहल पर स्थानीय गोताखोरों और आपदा मित्रों को प्रशिक्षित कर हर परिस्थिति से निपटने की तैयारी की जा रही है.
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