रामगढ़ चौक.
स्थानीय थाना क्षेत्र बिहटा गांव में मंगलवार को मंदिर के चाहरदीवारी निर्माण को लेकर दो पक्षों के बीच आंशिक रूप से झड़प हो गयी. जिसको लेकर माहौल तनावपूर्ण बना रहा. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही एसडीओ, एसडीपीओ व रामगढ़ चौक थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया. जानकारी के अनुसार लखीसराय प्रखंड के कछियाना पंचायत अंतर्गत बिहटा गांव में पूर्व से बने महारानी स्थान के मंदिर के चारों ओर चाहरदीवारी का निर्माण एक पक्ष द्वारा कराया जा रहा था, जिसको लेकर दूसरे पक्ष के लोगों ने इसे इमामबाड़ा की जमीन बताते हुए विरोध जताया तथा चाहरदीवारी निर्माण कार्य को रोक दिया. जिससे दोनों पक्षों के बीच आंशिक रूप से झड़प हुई, हालांकि सूचना मिलने पर एसडीओ प्रभाकर कुमार, एसडीपीओ शिवम कुमार, लखीसराय सीओ सुप्रिया आनंद व रामगढ़ चौक थानाध्यक्ष मंटू कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया.दोनों पक्षों को थाना में बैठाकर कराया गया समझौता
बिहटा गांव में हो रहे मंदिर के चाहरदीवारी निर्माण को दूसरे पक्ष के लोगों ने इमामबाड़ा की जमीन बताते हुए कार्य को रोक दिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण रहने पर दोनों पक्षों के थाना बुलाकर गतिरोध को समाप्त कराया गया तथा एक समझौता पेपर बनाया गया ताकि भविष्य में भी चाहरदीवारी निर्माण को लेकर विवाद न हो.
शरारती तत्वों पर रखी जा रही नजर
मंदिर चाहरदीवारी निर्माण को लेकर दो पक्षों के बीच उत्पन्न हो रहे गतिरोध को एसडीपीओ शिवम कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर दूर किया. इस दौरान उन्होंने दोनों पक्षों के बीच हुए बैठक में कहा कि शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखें, ताकि किसी भी तरह का उन्माद न फैला सके. एसडीपीओ ने दोनों पक्षों से आपसी सौहार्द भाईचारा बनाकर रहने की बात कही. उन्होंने दोनों पक्षों बीच हुए झड़प को नकारते हुए कहा कि माहौल तनावपूर्ण था, जिसे शांत कराया गया.घटना के बाद पुलिस कर रही कैंप
मंदिर के चाहरदीवारी निर्माण को लेकर दो पक्षों के बीच उत्पन्न हुए विवाद को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैदी में दिख रहे हैं तथा किसी भी तरह के अप्रिय घटना न हो जिस पर नजर बनाये हुए हैं. इस दौरान रामगढ़ चौक थाना के गश्ती वाहन लगातार बिहटा गांव में कैंपेनिंग कर रहे हैं ताकि कोई भी शरारती तत्व उपद्रव न शुरू कर दें.बोले एसडीओ
एसडीओ प्रभाकर कुमार ने बताया कि मंदिर की चहारदीवारी देने व गेट लगाने को लेकर विवाद हुआ था, उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष के लोग जिस जगह चहारदीवारी का निर्माण हो रहा था, उसे इमामबाड़ा की जमीन बता रहे थे, जिसको लेकर दोनों पक्षों को बिठाकर मामले को शांत कराया गया. वहीं दूसरे पक्ष के लोगों ने भी चहारदीवारी निर्माण व गेट लगाने पर विवाद न करने की बात कही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है