सूर्यगढ़ा.
बिहार राज्य राजपत्रित कर्मचारी महासंघ (सेवांजलि) ने सिविल सर्जन लखीसराय से वरीयता के आधार पर लिपिक संपर्क के कर्मियों के पदस्थापना की मांग की है. महासंघ के महामंत्री विकास कुमार ने सिविल सर्जन लखीसराय को पत्र लिखकर मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत जनवरी 2024 से ही लिपिक संपर्क के कर्मियों को क्रमशः सहायक प्रशासनिक पदाधिकारी प्रधान लिपिक एवं उच्च वर्गीय लिपिक के पद पर प्रोन्नति दिया गया है. किंतु उक्त प्रोन्नति आदेश के 18 माह बीत जाने के बावजूद भी प्रोन्नत कर्मियों को वरीयता के आधार पर सिविल सर्जन कार्यालय/ अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी कार्यालय आदि में पदस्थापित नहीं किया जाना प्रोन्नति कर्मियों के वरीयता का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि जान बूझकर सिविल सर्जन द्वारा अपने कार्यालय में कन्या कर्मियों को ही पदस्थापित एवं प्रतिनियुक्ति किया गया है ताकि वे शिक्षा पूर्ण तरीके से कार्यालय का संचालन कर सके. महामंत्री श्री कुमार ने कहा कि कन्या कमी जानबूझकर जिले के स्वास्थ्य कर्मियों के प्रोन्नति आदि से संबंधित मामले को दबाकर रखते हैं ताकि उनका वर्चस्व जिले के वरीय कर्मियों पर भी स्थापित रहे. महासंघ इस संबंध में कई बार शिष्टमंडलीय वार्ता के माध्यम से वरीय कर्मियों के सिविल सर्जन कार्यालय में पदस्थापना से संबंधित मामले को उठाया. किंतु अब तक स्थिति यथावत है. उन्होंने पुनः सिविल सर्जन लखीसराय से आग्रह करते हुए कहा कि अगर वरीय कर्मियों को सिविल सर्जन कार्यालय में पदस्थापित नहीं किया जायेगा तो वैसी स्थिति में महासंघ को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है