सूर्यगढ़ा. नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण सूर्यगढ़ा प्रखंड क्षेत्र के कई इलाके में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. अलीनगर से आदुपुर गांव तक एनएच 80 किनारे तक निचले इलाके में खेतों में नदी का पानी फैल गया है. हालत यह है कि यहां कई ईट भट्ठा पानी में डूब गये हैं. जिससे कारोबार प्रभावित हो गया है. गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण मेदनीचौकी थाना क्षेत्र के रसुलपुर सहित आसपास के गांव में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इधर पिपरिया प्रखंड में भी जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ की खतरा काफी बढ़ गया है. सीओ प्रवीण अनुरंजन ने बताया की नदी के जलस्तर में वृद्धि की वजह से क्षेत्र में बाढ़ की संभावना काफी प्रबल हो गई है. प्रशासन द्वारा बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए तैयारी की गयी है.
पथुआ गांव का सड़क संपर्क हुआ अवरूद्ध
जलस्तर में वृद्धि के कारण पिपरिया प्रखंड के पथुआ गांव का सड़क संपर्क भंग हो गया है. राजस्व अधिकारी जैनुल आबेदीन ने बताया कि पथुआ गांव जाने के लिए अब नाव ही एकमात्र विकल्प रह गया है, क्योंकि यहां सड़क संपर्क भंग हो गया है. पिपरिया सीओ प्रवीण अनुरंजन ने बताया कि बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है. नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है जो चिंता का विषय है. पिपरिया प्रखंड पूरी तरह बाढ़ प्रभावित इलाका है. इसलिए यहां पूरी तरह सतर्कता बरती जा रही है.सात नाव का हुआ रजिस्ट्रेशन
पिपरिया प्रखंड में बाढ़ के खतरे को ध्यान में रखते हुए अब तक प्रशासन द्वारा 7 नाव का रजिस्ट्रेशन किया गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर इन नाव को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया जा सके. सीओ ने बताया की दो नाव के रजिस्ट्रेशन के लिए प्रक्रिया की जा रही है. 20 जुलाई तक इनका भी रजिस्ट्रेशन हो जायेगा.एसडीओ ने सुरक्षा तटबंध का लिया जायजा
बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए शुक्रवार को एसडीओ प्रभाकर कुमार द्वारा पिपरिया प्रखंड में सुरजीचक, रामचंद्रपुर एवं सुमन चौक आदि जगहों पर सुरक्षा तटबंध का जायजा लिया गया. सीओ पिपरिया परवीन अनुरंजन ने बताया कि बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए जीआर लिस्ट अपडेट कर लिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है