लखीसराय.
रामगढ़ चौक थाना पुलिस ने जिले टॉप टेन की सूची में शामिल एक अपराधी को मंगलवार की देर रात गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. हत्या के ही मामले में गिरफ्तार अभियुक्त संजीवन सिंह के पुत्र सचिन कुमार भी जिले के टॉप टेन अपराधी सूची में है , हाल ही में हत्या के मामले में वह कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण किया, जो फिलहाल जेल में बंद है. इसको लेकर एसपी अजय कुमार ने अपने कार्यालय कक्ष में प्रेसवार्ता कर ने कहा कि गिरफ्तार अपराधी रामगढ़ चौक थाना क्षेत्र के प्राथमिकी अभियुक्त औरे गांव निवासी यदुनंदन सिंह के पुत्र संजीवन सिंह है. उक्त आरोपी पर गांव के ही रामभवन सिंह के पुत्र 16 वर्षीय पुत्र राजकुमार सिंह पर छह सितंबर 2023 को जान मारने की नियत से मारपीट कर गंभीर कर देने तथा इलाज के दौरान उसकी मौत हो जाने को लेकर कांड संख्या 681/25 मामला दर्ज था, जिसमें धारा 147, 148,149, 307, 325, 354, 504 भादवि एवं परिवर्तित धारा 302 भादवि दर्ज किया गया था. उक्त मामले में संजीवन सिंह फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तार के लिए एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ शिवम कुमार के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया तथा मानवीय तकनीकी आसूचना संकलन करते हुए निशानदेही के आधार पर लगातार छापेमारी की जा रही थी कि अनुसंधान के क्रम में बांका जिला स्थित खेसर थाना क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकार किया है. इसके अलावा संजीवन सिंह पर थाना कांड संख्या 599/21 के तहत हत्या की भी प्राथमिकी दर्ज है. छापेमारी दल में रामगढ़ चौक थानाध्यक्ष मंटू कुमार, तेतरहाट थानाध्यक्ष मृत्युंजय पंडित, पुअनि मनन सिंह, डीआईओ की टीम सहित नैनतारा कुमारी, संतोष कुमार व लव कुमार शामिल थे.घर की कुर्की-जब्ती होने के बाद भी फरार चल रहा था आरोपी
प्राथमिकी संख्या 681/23 में आरोपी संजीवन सिंह की गिरफ्तारी नहीं होने पर उसके घर की कुर्की जब्ती की गयी, लेकिन वह फरार ही रहा. इसके अलावे आरोपी पर कांड संख्या 599/21 के तहत हत्या का एक मामला दर्ज है, उक्त मामले में भी उसका बेल टूटा हुआ था. उक्त मामले में उसके खिलाफ वारंट निर्गत करते हुए उसके घर की दोबारा कुर्की जब्ती के लिए हाल ही में इश्तेहार भी चिपकाया गया था.आरोपी का ट्रेस नहीं मिलने के कारण पुलिस को रही थी काफी परेशानी
मारपीट कर हत्या करने देने के मामले में संजीवन सिंह घटना के बाद से ही फरार है तथा वह मोबाइल का प्रयोग भी नहीं कर रहा था. जिस कारण पुलिस को उसका ट्रेस नहीं मिल रहा था, जिससे काफी परेशानी बनी हुई थी. हालांकि एसपी द्वारा एसडीपीओ के नेतृत्व विशेष टीम गठन कर आरोपी के ठिकानों के बारे में गुप्त सूचना पुख्ता जानकारी इकठ्ठा की तथा उसे मंगलवार को बांका जिला के खेसर गांव से गिरफ्तार किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है