लखीसराय.
परिवार नियोजन योजना में शामिल दोनों साधन (स्थायी और अस्थायी) पूरी तरह सुरक्षित, काफी कारगर व प्रभावी है. इसलिए, सुविधानुसार दोनों में से कोई भी साधन को बेहिचक अपना सकते हैं. खासकर ऐसे महिला, जो परिवार नियोजन के स्थायी साधन को अपनाने के लिए तैयार और इच्छुक है, किंतु उसका शरीर ऑपरेशन के लिए सक्षम नहीं है, वह बेहिचक अस्थायी साधन अपना सकती हैं. अस्थायी साधन भी स्थाई साधन की तरह न केवल कारगर है बल्कि, काफी सुरक्षित और प्रभावी भी है. इसलिए, परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए इच्छुक और योग्य महिलाएं दोनों में से कोई भी साधन को अपना सकती हैं. सिविल-सर्जन डॉ बीपी सिन्हा ने बताया कि परिवार नियोजन के दोनों साधन पूरी तरह सुरक्षित और काफी प्रभावी हैं. इसलिए इच्छुक और योग्य महिलाएं बेहिचक कोई भी साधन को अपना सकती हैं. वहीं उन्होंने कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य उप केंद्र से लेकर सभी स्वास्थ्य संस्थानों में अस्थायी साधन की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध है, जबकि पीएचसी से लेकर जिला अस्पताल में दोनों (स्थायी और अस्थायी) साधन उपलब्ध हैं. इसलिए जो भी योग्य और सक्षम इच्छुक लाभार्थी अस्थायी साधन को अपनाना चाहते हैं, वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान जाकर उपलब्ध सुविधा लाभ प्राप्त कर सकते हैं. वहीं उन्होंने बताया कि इसको लेकर संबंधित क्षेत्र की एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं द्वारा योग्य और इच्छुक लाभार्थियों को जागरूक भी किया जाता और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सुविधा की जानकारी देकर लाभ लेने के लिए प्रेरित भी किया जाता है.परिवार नियोजन साधन को अपनाना जरूरी
डीपीएम सुधांशु नारायण लाल ने बताया की समाज के हर तबके के सभी परिवार को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है, क्योंकि, हम तभी गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते और बच्चे को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा दे सकते हैं, जब हमारा परिवार छोटा और सीमित होगा। छोटा और सीमित परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव है. वहीं उन्होंने बताया कि इसको लेकर सरकार द्वारा तमाम गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को जागरूक भी किया जाता है.
लाभार्थियों को मिलती है प्रोत्साहन राशि
परिवार नियोजन की स्थायी साधन अपनाने वाली लाभार्थियों को सरकार द्वारा न सिर्फ सभी प्रकार की निशुल्क सुविधा की व्यवस्था की गयी बल्कि, प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है. जिसमें प्रसव के उपरांत एक सप्ताह के अंदर इस साधन को अपनाने पर तीन हजार एवं इसके बाद अपनाने पर दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है, जबकि, पुरुष नसबंदी कराने पर तीन हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है, इसके अलावा अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का भी लाभ दिया जाता है.जानें, क्या है स्थाई और अस्थायी साधन के उपाय
परिवार नियोजन के दो साधन हैं. पहला स्थायी और दूसरा अस्थायी. स्थायी साधन में महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा पीएचसी स्तर से लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है, जबकि, अस्थायी साधन के रूप में छाया, अंतरा, काॅपर-टी एवं कंडोम की सुविधा उपलब्ध है. इस सुविधा की स्वास्थ्य उप केंद्र स्तर पर भी पर व्यवस्था की गयी है. जहां योग्य और इच्छुक लाभार्थी जाकर सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है