लखीसराय. राज्य के व्यवहार न्यायालयों से जुड़े कर्मचारियों की एकता और उनके अधिकारों की बुलंद आवाज एक बार फिर लखीसराय में गूंजेगी. बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ का प्रांतीय अधिवेशन रविवार को स्थानीय सरयुग होटल में आयोजित किया जायेगा. इसमें राज्यभर के न्यायालय कर्मी अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. मार्च 2025 में कर्मचारियों द्वारा पूरे बिहार में विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार आंदोलन किया गया था. उच्च न्यायालय के आश्वासन के बाद 31 मार्च को अनिश्चितकालीन सत्याग्रह को स्थगित कर दिया गया था, पर महीनों बीत जाने के बाद भी न्यायालय प्रशासन की ओर से किसी भी मांग की संतोषजनक पूर्ति न होने से कर्मचारी वर्ग में भारी निराशा है. इसी पृष्ठभूमि में कर्मचारियों की ऊर्जा और संकल्प को पुनः सशक्त करने के लिए लखीसराय में यह अधिवेशन आयोजित किया जायेगा. सम्मेलन में बिहार राज्य संघ के अध्यक्ष राजेश्वर तिवारी, सचिव सत्यार्थ सिंह एवं लखीसराय जिला इकाई के सचिव विकास कुमार, बिहार राज्य के प्रत्येक जिला से पदाधिकारी व सदस्य भाग लेंगे. इसमें कर्मचारियों की मुख्य मांगों में से लंबित मांगों जैसे पदोन्नति, समान कार्य समान वेतन, सेवा शर्तों में संशोधन एवं अनुकंपा आदि पर विस्तार से चर्चा की जायेगी. सम्मेलन का मूल उद्देश्य केवल असंतोष को स्वर देना नहीं, बल्कि समन्वय के माध्यम से एक संगठित संघर्ष की रणनीति तैयार करना है. कर्मचारी संघ ने स्पष्ट किया कि यदि शीघ्र ही उनकी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं की गयी, तो चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जायेगा.
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