लखीसराय.
जिले की एनीमिया से पीड़ित महिलाओं को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन दिया जायेगा. इसको लेकर जिले के सभी व सीएचसी पीएचसी प्रभारी को निर्देश जारी कर दिया है. जिसमें प्रभारी के साथ सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक के साथ बीसीएम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि उनके क्षेत्र में जितनी भी महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं. उनको ये इंजेक्शन जरूर दिया जाय. सीएस डॉ बीपी सिन्हा ने बताया कि सुक्रोज इंजेक्शन शरीर में आयरन के स्तर को बहाल करने का कार्य करता है. यह हीमोग्लोबिन (रक्त प्रोटीन) और लाल रक्त कोशिकाओं के स्तर को बढ़ाकर रक्त की गुणवत्ता में भी सुधार करता है. जो गर्भधारण के तीन महीने बाद दिया जाता है. डॉ सिन्हा ने बताया कि एनीमिया से शरीर में अपर्याप्त आयरन के कारण शरीर के विभिन्न ऊतकों तक आवश्यक ऑक्सीजन ले जाने के लिए पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं. डीपीएम सुधांशु नारायण लाल ने बताया कि यह पहल जिले में खासकर गर्भवती महिलाओं में एनीमिया के प्रभाव को कम करने के लिए की गयी है. अगर गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित नहीं होंगी तो उसके दुस्प्रभाव का सामना उनको प्रसव के समय नहीं करना पड़ेगा, साथ ही मां एवं बच्चा दोनों ही स्वस्थ्य रहेंगे. डीपीएम ने बताया की इसके लिए दवा के साथ-साथ आहार एवं जीवनशैली में बदलाव भी बहुत जरूरी है. एनीमिया से दूर रहने के लिए इसके लिए जरूरी है आप अपने आहार में अगर आप मांसाहारी हैं तो लाल मांस, मछली, अंडा के साथ चिकेन को शामिल करें. वहीं शाकाहारी लोग राजमा, काली बीन्स, पालक, किशमिश, खुबानी और दाल जैसे लौह स्रोत को अपने आहार में शामिल करें. साथ ही संतरे का जूस, ब्रोकोली, स्ट्रॉबेरी, खरबूजे और शिमला मिर्च जैसे विटामिन सी खाद्य पदार्थ रक्त में लौह के अवशोषण को बढ़ाते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है