दिन में शहर से लेकर गांव तक की सड़क रह रही सूनी
शनिवार तक कड़ी धूप एवं उमस भरी गर्मी का रहेगा प्रकोपकिसान धान का बिचड़ा गिराने के लिए ले रहे बोरिंग का सहाराबिजली नहीं रहने के कारण किसान पटवन के लिए हो रहे परेशानलखीसराय. आषाढ़ महीने में भी जेठ की दुपहिया जैसी कड़ी धूप एवं उमस भरी गर्मी के कारण लोगों का जीवन काफी उथल पुथल हो रही है. कड़ी धूप के कारण लोग घर से निकलना पसंद नहीं कर रहे है. आषाढ़ महीना शुरुआत हो चुका है, लेकिन लोग सुबह से ही कड़ी धूप का अहसास करने लगते हैं. कड़ी धूप एवं उमस भरी गर्मी से बचने के लिए ठंडी हवा एवं शीतल पेयजल की व्यवस्था शहर में किया गया है. कड़ी धूप के कारण शहर को सड़क सुनी दिखाई दे रहा है, हालांकि शनिवार को कभी कभी बादल के कुछ अंश आसमान में मंडराते हुए नजर आ रहा था. कभी कभी पूर्वा हवा की ठंडी झोंके लोगो को राहत पहुंचा रहा था. पिछले पांच छह दिनों से कड़ी धूप के कारण लोगों का दिनचर्या में भी फर्क पड़ रहा है. लोग भीषण गर्मी के कारण लोग देर रात तक जागते हैं. वहीं लेट लतीफ उठने के कारण दिनचर्या बदल जाने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शनिवार को भी अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहा है. रविवार तक हवा के साथ बारिश होने की संभावना जतायी जा रही है. जिससे लोगों को कुछ राहत मिल सकती है. उमस भरी गर्मी के कारण पंखा तो दूर 12 बजे रात तक लोगों का एसी भी काम नहीं करता है.किसानों को भी धान का बिचड़ा गिराने में हो रही है परेशानी
किसानों को भी धान का बिचड़ा गिराने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसान रामसागर चौधरी ने बताया कि वे 15 दिन पूर्व धान का बिचड़ा गिराने का काम किये हैं, लेकिन बिचड़ा का पटवन करने के लिए बोरिंग का सहारा लेना पड़ रहा है. किसान व उप मुखिया अरुण कुमार ने बताया कि उनके द्वारा धान का बिचड़ा शुक्रवार को गिराया गया है. धान का बिचड़ा बोरिंग के किनारे वाले खेत में गिराया गया है, ताकि खेत में पानी बराबर देते रहे. मृगशिरा नक्षत्र में धान का विचड़ा गिराने से धान की पैदावार समय से हो जायेगा. किसानों को धान का बिचड़ा गिराने के लिए बारिश का होना आवश्यक है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है