लखीसराय.
बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ का प्रांतीय सम्मेलन रविवार को शहर के नया बाजार स्थित एक होटल में संपन्न हुआ. जिसमें राज्यभर के कर्मचारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. बता दें कि जनवरी 2025 में कर्मचारियों द्वारा पूरे बिहार में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार आंदोलन किया गया था. जिस पर उच्च न्यायालय के आश्वासन के पश्चात 31 मार्च तक के लिए अनिश्चितकालीन सत्याग्रह को स्थगित कर दिया गया था, परंतु महीनों बीत जाने के बाद भी न्यायालय प्रशासन की ओर से किसी भी मांग की संतोषजनक पूर्ति न होने से कर्मचारी वर्ग में भारी निराशा व्याप्त थी. इसी पृष्ठभूमि में कर्मचारियों की ऊर्जा और संकल्प को पुनः सशक्त करने के लिए लखीसराय में यह अधिवेशन आयोजित किया गया. सम्मेलन में बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजेश्वर तिवारी, सचिव सत्यार्थ सिंह एवं लखीसराय जिला इकाई के सचिव विकास कुमार तथा बिहार राज्य के प्रत्येक जिला से पदाधिकारी व सदस्य भाग लिया. इस संबंध में सचिव विकास कुमार ने बताया कि कर्मचारियों की मुख्य मांगों में से लंबित मांगों जैसे पदोन्नति, समान कार्य समान वेतन, विशेष न्यायिक कैडर, सेवा शर्तों में संशोधन व अनुकंपा आदि को लागू कराने पर विचार-विमर्श अन्यथा लागू न होने पर पुनः आंदोलन राज्य संघ के अध्यक्ष राजेश्वर तिवारी द्वारा कहा गया कि 25 अगस्त 2025 से पुनः हम सभी हड़ताल पर जायेंगे. प्रवक्ता संतोष मिश्रा ने कहा कि सम्मेलन का मूल उद्देश्य केवल असंतोष को स्वर देना नहीं, बल्कि समन्वय के माध्यम से एक संगठित संघर्ष की रणनीति तैयार करना है. कोषाध्यक्ष गौरव कुमार ने बताया कि यदि शीघ्र ही उनकी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं की गयी, तो चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है