IPS Kamya Mishra: बिहार की ‘लेडी सिंघम’ के नाम से मशहूर IPS काम्या मिश्रा न सिर्फ अपनी ईमानदार छवि बल्कि अपनी प्रेम कहानी को लेकर भी हमेशा चर्चा में रहती हैं. उनके और IPS अवधेश दीक्षित के बीच का बंधन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. दोनों की मुलाकात मसूरी के ट्रेनिंग एकेडमी में हुई और वहीं से शुरू हुआ एक ऐसा सफर, जिसने न केवल उनकी जिंदगी को बदला बल्कि उनके रिश्ते की मिसाल भी कायम की. बता दें कि हाल ही में मोदी सरकार ने इनका इस्तीफा मंजूर किया है.
पहली नज़र का प्यार और बढ़ती दोस्ती
IPS अवधेश दीक्षित ने 2019 में मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में अपनी ट्रेनिंग की शुरुआत की. जहां उनकी मुलाकात काम्या मिश्रा से हुई. दोनों की सोच, रुचियां और आदतें इतनी मिलती-जुलती थीं कि दोस्ती तेजी से गहरी होती चली गई. उनके पति अवधेश बताते हैं, “ट्रेनिंग के दौरान हम मध्यप्रदेश के रतलाम में एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे. काम्या हमेशा मदद के लिए तैयार रहती थी, उनकी समझदारी और केयरिंग नेचर ने मुझे बहुत प्रभावित किया था.”
जब ट्रेनिंग कैंप में किया गया प्रपोजल
प्यार की पहली पहल अवधेश दीक्षित द्वारा की गई थी. ट्रेनिंग के दौरान रतलाम कैंप में उन्होंने घुटनों पर बैठकर गुलाब के साथ काम्या को प्रपोज किया. यह क्षण किसी रोमांटिक फिल्म के दृश्य जैसा था. काम्या ने बिना किसी झिझक के ‘हां’ कह दिया क्योंकि उनके दिल में भी अवधेश के लिए सॉफ्ट कॉर्नर पहले से था. दोनों को कॉफी बेहद पसंद थी, इसलिए उनकी कई डेट्स सिर्फ कॉफी टेबल पर ही गुजरती थीं.
कोरोना काल में कोर्ट मैरिज से डेस्टिनेशन वेडिंग तक का सफर
प्रपोजल के बाद दोनों ने 2020 में ट्रेनिंग के दौरान ही कोर्ट मैरिज कर ली. लेकिन यह कहानी यहीं खत्म नहीं हुई. जब हालात सामान्य हुए, तो परिवार ने ग्रैंड वेडिंग का सुझाव दिया. 2021 में राजस्थान के उदयपुर में उनकी डेस्टिनेशन वेडिंग हुई, जहां परिवार और करीबी दोस्तों के बीच यह खूबसूरत रिश्ता विवाह के बंधन में बंधा.
कौन हैं IPS अवधेश दीक्षित और काम्या मिश्रा?
IPS अवधेश दीक्षित राजस्थान के गंगापुर सिटी के रहने वाले हैं. उन्होंने IIT बॉम्बे से बीटेक किया और 2019 में अपने दूसरे प्रयास में UPSC परीक्षा पास की. उनकी पहली पोस्टिंग बिहार के बेगूसराय में ASP के रूप में हुई थी और फिलहाल वे गोपालगंज के SP हैं.
IPS काम्या मिश्रा ओडिशा की रहने वाली हैं और 2019 में मात्र 22 वर्ष की उम्र में UPSC परीक्षा पास कर चुकी हैं. पहले उन्हें हिमाचल प्रदेश कैडर मिला था, लेकिन बाद में उन्होंने बिहार कैडर में ट्रांसफर करा लिया. अपनी निडर कार्यशैली के कारण वे ‘लेडी सिंघम’ के नाम से प्रसिद्ध हुईं. 2024 में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया, जिसे अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है.
पढ़िए प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी: समर्थकों के लिए मसीहा विरोधियों के लिए आतंक! राजनीति, अपराध और सत्ता के बेताज बादशाह की कहानी
एक जैसी सोच, एक जैसा सफर
IPS की ट्रेनिंग से शुरू हुई यह प्रेम कहानी शादी तक पहुंची और आज भी दोनों एक-दूसरे का संबल बने हुए हैं. उनकी प्रेम कहानी यह साबित करती है कि जब दो लोग समान विचारधारा, सम्मान और प्यार के साथ आगे बढ़ते हैं, तो जीवन की हर चुनौती आसान हो जाती है.