मधुबनी . सदर अस्पताल को सुरक्षित प्रसव के लिए वर्ष 2020 में लक्ष्य प्रमाणित किया गया. इसके कारण सुरक्षित प्रसव को लेकर लोगों का रूझान सदर अस्पताल के प्रति बढ़ा है. सदर अस्पताल में वित्तीय वर्ष 2024 -25 में 1 लाख 68 हजार 986 मरीजों का इलाज किया गया. इसमें ओपीडी में 1 लाख 38 हजार 583, इमरजेंसी में 30 हजार 393 मरीजों का इलाज किया गया. वहीं 30 हजार 188 मरीजों को भर्ती कर इलाज किया गया. जबकि 538 मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए उच्च संस्थानों में रेफर किया गया. वर्ष 2024-25 में 998 गर्भवती महिलाओं का सिजेरियन प्रसव कराया गया. 6 हजार 725 गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया गया. विदित हो कि सदर अस्पताल मे महिलाओं के प्रसव के लिए मातृ शिशु स्वास्थ्य इकाई बनाई गई है. प्रसव कक्ष को आधुनिक उपकरण से सुसज्जित किया गया है. महिला चिकित्सक और ए ग्रेड स्टाफ नर्सों द्वारा प्रसव करवाया जा रहा है. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा कि अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के प्रसव के लिए गुणवत्तापूर्ण सेवा सहित मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. सदर अस्पताल में नार्मल प्रसव में परेशानी होने पर 24 घंटे में सिजेरियन प्रसव की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में प्रसव के लिए आने वाले गर्भवती महिलाओं का पहले नार्मल प्रसव की कोशिश की जाती है. नार्मल डिलीवरी नहीं होने पर सिजेरियन किया जाता है. प्रसव के बाद नवजात शिशुओं की देख भाल के लिए एसएनसीयू की स्थापना की गई है. इसमें कमजोर तथा समय से पूर्व जन्म लेने वाले नवजात शिशु का इलाज किया जाता है. उन्होंने कहा कि लोगों में गलतफहमी है की सदर अस्पताल में डिलेवरी की अच्छी व्यवस्था नहीं है. इसके कारण कई लोग यहां प्रसव के लिए आने से कतराते हैं. उन्होंने लोगों से अपील किया है, कि सदर अस्पताल में आएं और सुरक्षित प्रसव करवाएं. सदर अस्पताल में वर्तमान में पर्याप्त संख्या में महिला चिकित्सक और ए ग्रेड नर्स कार्यरत हैं. कहा कि सदर अस्पताल परिसर में ग्राउंड फ्लोर सहित चार मंजिल 100 बेड के मातृ शिशु इकाई का निर्माण कार्य जारी है. निर्माण के बाद गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं को मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की सुविधा उपलब्ध होगी. 6 हजार 225 नवजात का हुआ जन्म सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में वित्तीय वर्ष 2024-25 में 6 हजार 225 नवजात का जन्म हुआ. इसमें अप्रैल में 446, मई में 461, जून में 360, जुलाई में 685, अगस्त में 597, सितंबर में 600, अक्टूबर में 555, नवंबर में 510, दिसंबर में 616, जनवरी में 629, फरवरी में 476 एवं मार्च में 400 नवजात का जन्म हुआ है.
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