खजौली.
थानाक्षेत्र के डुमरियाही गांव के एक परिवार के साथ हुए हादसे में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गयी, वहीं, छह लोगों के झुलस गये. इस घटना से पूरा गांव मर्माहत है. जैसे ही इसकी सूचना गांव के लोगों को मिली, पूरा गांव पीड़ित परिवार के घर पर एकत्रित हो गया. घटना में 70 वर्षीय कमरुल खातून की मौके पर ही जलकर मौत हो गयी, जबकि अन्य घायलों का इलाज मुजफ्फरपुर में चल रहा है. खजौली थानाक्षेत्र के डुमरियाही गांव का एक पूरा परिवार जो मुजफ्फरपुर स्थित खानपुर पहीभासा में स्थायी रूप से रह रहे थे. उनके अपने पैतृक गांव डुमरियाही में शुक्रवार को भांजा की शादी थी, जिसमें पूरा परिवार अपने ही इ-रिक्शा से गांव आ रहे थे. बताया जा रहा है कि अपने घर से करीब 25 किमी की दूरी पर स्थित मुजफ्फरपुर के गायघाट थानाक्षेत्र के लाइन होटल के पास एनएच पर इ-रिक्शा में अचानक आग गयी. इ-रिक्शा मुख्य सड़क पर ही धू-धूकर जलने लगी. अचानक आग लगने से उसपर सवार सभी लोग आग की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गये. किसी तरह लोग इ रिक्शा से बाहर निकले, लेकिन उसमें बैठी चालक साजिद की 70 वर्षीय माता कमरूल खातून भागने में असफल रही, इस कारण वह इ-रिक्सा के सीट पर ही जलकर खाक हो गयी. वहीं, उसकी नानी जैनव खातून 59 वर्ष जीवन मौत से जूझ रही है. आसपास के लोग जबतक आते, तब तक इ-रिक्शा जलकर राख हो गयी. उसमें एक ही परिवार के सात लोग सवार थे. अन्य घायलों में साजीद हुस्सैन, उसकी पत्नी आसमीन खातून, पुत्र मो सरफराज 7 वर्ष , पुत्री शकीना खातून 10 वर्ष, सबीना खातून 5 वर्ष सभी गंभीर रुप से झुलसा हुआ है. झुलसे हुए सभी लोगों को श्री कृष्ण सदर मेडिकल हास्पीटल मुजफ्फरपुर में ईलाज चल रहा है. इस घटना को लेकर खजौली थानाक्षेत्र के डुमरियाही गांव निवासी फूल मोहम्मद के लिखित आवेदन पर मुजफ्फरपुर जिला के गायघाट थाना में प्राथमिकी दर्ज हुआ है. ई-रिक्सा में जलकर खाक हुई कमरुल खातून का शव पोस्टमार्टम कराने की स्थिति में नहीं था.वहां के पुलिस ने शव को परिजन को सौप दिया. परिजनों से शव की अंतिम संस्कार के लिए गुरुवार की दोपहर डुमरियाही लाया. गांव में शव पहुंचते ही मातम परस गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है