मधुबनी.
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रमोद कुमार महथा व जिला विधिक सेवा प्राधिकार सचिव संदीप चैतन्य ने शनिवार को रामपट्टी स्थित मंडल कारा का निरीक्षण किया. इस दौरान सीजेएम व प्राधिकार सचिव ने मंडल कारा अधीक्षक जलज कुमार से कैदियों कि आवश्यकताओं और समस्याओं के बारे में जानकारी ली. साथ ही कई निर्देश दिए. निरीक्षण के क्रम में सीजेएम ने कैदियों से उनके वार्ड में जाकर मुलाकात कर समस्याएं सुनी. कैदियों से रहने की व्यवस्था, भोजन , शौचालय व्यवस्था सहित स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लिया. साथ कैदियों को अच्छे आचरण के साथ रहने के लिए नसीहत दिया. इस दौरान जेल में चल रहे अस्पताल का भी निरीक्षण किया. साथ ही कैदियों के स्वास्थ्य परीक्षण जांच के बारे में जानकारी उपस्थित डॉक्टर से लिया. वहीं निरीक्षण के दौरान फोन खराब रहने पर विभाग पदाधिकारी से अवगत कराते हुए जल्दी ठीक कराने को कहा. सीजेएम ने कैदियों के लिए बन रहे भोजन को किचेन में जाकर देखा. वहीं मंडल अधीक्षक को किचेन को अच्छी तरह से साफ सफाई व नियमानुकुल भोजन उपलब्ध कराने को कहा. साथ ही कैदियों को मेनू के अनुसार भोजन देने का निर्देश दिया. वहीं, महिला वार्ड में महिला बंदी से उनके स्वास्थ्य सहित अन्य समस्याओं की जानकारी ली.मंडल कारा के निरीक्षण के दौरान सीजेएम श्री महथा ने मंडल कारा अधीक्षक को कई निर्देश दिए. वार्ड में निरीक्षण के दौरान कई वार्ड में जर्जर भवन की स्थिति से अवगत होने के बाद उन्होंने कैदी की संख्या को देखते हुए भवन मरम्मति कराने के लिए विभाग को प्रस्ताव देने को कहा. साथ ही चार महिनों से खराब पड़े टेलिफोन बूथ को जल्द से जल्द मरम्मत कराने का निर्देश दिया. जिससे बंदी अपने परिजन से बात कर सके. साथ ही जिन कैदियों के अधिवक्ता नही है, वैसे कैदियों के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार से अधिवक्ता का व्यवस्था करने का निर्देश दिया. वही जेल में तरूण वार्ड में निरिक्षण के दौरान संबंधित नाबालिग का जन्म तिथि प्रमाण पत्र से प्रमाणित करा कर संबंधित न्यायालय को अवगत कराते हुए बाल सुधार गृह में भेजने का निर्देश दिया.
कैदी को स्कील डेवलपमेंट का प्रशिक्षण देने का दिया निर्देश
निरीक्षण के दौरान सीजेएम व प्राधिकार सचिव ने जेल अधीक्षक जलज कुमार को जेल में बंद कैदी के लिए स्कील डेवलपमेंट के साथ कुटीर उद्योग के लिए प्रशिक्षण दिलाने का निर्देश दिया. जिससे कैदी जेल से बाहर निकल कर अच्छी व सूव्यवस्थित जीवन जी सके, और आपराघिक जीवन को छोड़ सके. निरिक्षण के दौरान मंडल कारा अधीक्षक जलज कुमार, सहायक मंडल अधीक्षक रवि रंजन कुमार, न्यायालयकर्मी सुशांत चक्रवर्ती, सहित अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है