मधुबनी. चुनाव आयोग बिहार में मतदाता पुनरीक्षण के नाम पर नागरिकता खत्म करने की जो साजिश रच रही है. यह इमरजेंसी से भी अधिक खतरनाक है. इमरजेंसी में तो नागरिकता पर सवाल नहीं था. इसमें तो गरीब, अहसाय, एससी, एसटी, अतिपिछड़ा, पिछड़ा, अल्पसंख्यक व रोजी रोटी की तलाश में बाहर पलायन करने वालों की नागरिकता पर हमला है. ये बातें शुक्रवार को चकदह में निजी होटल सभागार में प्रेस को संबोधित करते हुए राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने कही. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए अपनी हार की सर्वे रिपोर्ट से बौखला कर चुनाव आयोग का दुरुपयोग कर रही है. संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग को हथियार बनाकर भाजपा लोगों की नागरिकता छीनने का कुचक्र रच रही है. यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. उन्होंने आधार, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पैन कार्ड व अन्य पहचान को नकारे जाने पर सवाल उठाया. राजद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अधिकारी बीएलओ से जबरन फॉर्म पर हस्ताक्षर करा कर उसे अपलोड करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में प्रति व्यक्ति आय लगातार नीचे जा रहा है. गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों की तादाद बढ़ रही है. प्रेस वार्ता में सांसद डॉ. फैयाज अहमद, जिला प्रभारी कुंवर राय, हनुमान प्रसाद राउत, पूर्व विधायक सह जिलाध्यक्ष रामाशीष यादव, वीर बहादुर राय, राजकुमार यादव, चंदेश्वर धनिकार, प्रभाकर यादव, इंद्रजीत राय, बुद्ध प्रकाश, संतोष यादव, राम कुमार यादव, अधिवक्ता बलराम साह सहित कई राजद नेता मौजूद थे.
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